Hindi best shayari -:"हिंदी शायरी एक ऐसी कला है, जो दिल की गहराइयों से निकल कर शब्दों में सजीव हो जाती है। यह केवल भावनाओं का प्रकटीकरण नहीं, बल्कि एक अद्भुत अनुभव है, जो हर दिल को छू जाता है। 'हिंदी बेस्ट शायरी' के ज़रिए, आप अपनी सूक्ष्म संवेदनाओं को शब्दों में पिरो सकते हैं और उन लम्हों को अमर बना सकते हैं। चाहे वह मोहब्बत हो, दर्द हो या फिर जीवन के संघर्ष की बातें, हिंदी शायरी हर एहसास को खूबसूरती से व्यक्त करने का एक बेहतरीन माध्यम है। हमारी वेबसाइट पर आपको मिलेगी हिंदी शायरी की एक अनोखी और दिलचस्प कलेक्शन, जो आपके दिल की आवाज़ को शब्दों में ढालने में मदद करेगी।"
-) एक समंदर हुआ करता था कभीं यहां,
जाने वक़्त क्या चाहता है ।।
सबकुछ ही तो तबाह कर दिया हैं,
अब तो यहां एक बूंद के मोहताज हैं ।।
-) कभीं झील सी गहरी तेरी आँखों में डूब जाऊं मैं,
मग़र मोहतरमा मुझपर जिम्मेदारियां बहुत हैं।।
तू कहें तो तेरी आँखों का क़ाजल बन जाऊं,
लेकिन बहता बहुत हूं मैं ।।
कभीं तेरे दिल की धड़कन बन जाऊं ,
लेकिन ठहरता बहुत हूं मैं ।।
तेरे पाँव की पायल बन जाऊं ,
लेकिन शांत रहता बहुत हूं मैं ।।
-) मुझको ढूंढने मैं ख़ुद ही निकल आया ,
औरों के बस की बात नहीं हमको ढूंढने की ।।
हम भीं जाने कहां खोएं हैं,
मुमकिन नहीं हमें ढूंढ पाने की ।।
अजनबी ये जगह हैं जहां मैं हूं ,
अब तो उम्मीद नहीं मेरे घर आने की ।।
-) हम पहले जैसे ही हैं,
अपने क़िरदार को बदल के देखों तुम ।।
कहीं हम तुमको फ़िर पुराने से नज़र आ जाएं ,
हो सकें जिस हाल में देखना चाहतें हो तुम ,
उसी हाल में फ़िर से हो जाएं ।।
-) गुनाहों की मुआफ़ी मौत ही क्यों ,
इस से कम गुनहगार वैसे भीं नहीं ।।
हमनें हर एक चीज को ठुकराया हैं,
अब मौत से बेहतर कुछ नहीं ।।
-) किसी को नजरअंदाज कर रहा हैं दिल ,
अपनी मनमानी कर रहा हैं दिल ।।
हम से तस्वीरें मिटाने की गुजारिश कर रहा हैं दिल ,
किसी की यादों से बहुत दूर ले जाने का कह रहा हैं दिल ।।
-) हम भूलें भटकों का ठिकाना घर तो नहीं ,
आशियाना ख़ूबसूरत हो मग़र घर जैसा घर नहीं ।।
किसे मंज़ूर हैं निकल जाना अपने ही घर से ,
मग़र हमारी क़िस्मत में इसके सिवा कुछ नहीं।।
-) मेरे दिल टूट जाने का दर्द जानते हैं बस दो लोग ,
एक रोता हुआ मैं और आईने को घूरता हुआ ये शख़्स ।।
ये भीं साथी कुछ देर का ही हैं,
फ़िर इस बात को भूल मैं भी जाता हूं ,
जो मैं चुप हो जाता हूं ।।
-) चांद से ख़ूबसूरत क्या हो सकता हैं,
पूर्णिमा के चांद सी ख़ूबसूरती नहीं ।।
उसको ग़ुमान होने लगा था उससे ख़ूबसूरत कुछ नहीं,
किसी ने बात फ़िर अमावस्या की छेड़ दी ,
फ़िर चांद की ख़ूबसूरती कुछ नहीं ।।
-) भंवरों को महकना भाता हैं,
फूल इस बात से इतराता हैं ।।
ये जो भंवरा हर फूल पे मंडराता हैं,
ये क्यों बस किसी एक का नहीं हो जाता हैं ।।
-) हम सावन के अंधों को हरियाली के सिवा कुछ नज़र नहीं आता ,
इस बात से रेगिस्तान नाराज़ सा लगता हैं ।।
हम जो हर जगह हरियाली समझते हैं,
इस बात से रेगिस्तान जैसों के दिलों में आग से जलते हैं,
वो इतना गर्म मिज़ाज ना था ,
हमारी बातों पे वो इतना जलने लगता हैं ।।
-) उर्दू की ज़ुबान को समझिएं,
मोहब्बत का दूसरा नाम है उर्दू ।।
हो बात अगर इज़्ज़त की ,
तहज़ीब से पेश आना है उर्दू ।।
किसी का काम बनवाना हो ,
हर समस्याओं का समाधान हैं उर्दू ।।
-) कुछ ने मज़हब बांटे,
लोगों ने उन्हें ख़ुदा बनाया ।।
उन ने फ़िर भगवान बदलें ,
लोगों ने उन्हें अपना भगवान बनाया ।।
अब वो ख़ुद को ख़ुदा समझने लगें,
उन्होंने सरेआम कत्लेआम मचाया ।।
-) तेरी मोहब्बत में बर्बाद हुएं हैं हम ,
हमसे हमारी इस हालात का ना पूछ ।।
इन सभी का जिम्मेदार केवल तू हैं,
अपनी ज़िम्मेदारी सरेआम ले अब ।।
-) रियाशतें लुट गईं अब भीं ख़ुद को ख़ुदा समझ रहें हो ,
वक़्त ने करवट ले लीं ,
तुम अब भीं इसे अपना वक़्त समझ रहें हो ।।
~~~आशुतोष दांगी~~~
"हिंदी शायरी को सिर्फ शब्दों का खेल नहीं समझना चाहिए, यह एक गहरी भावना और अभिव्यक्ति का रूप है। 'हिंदी बेस्ट शायरी' के माध्यम से, आप अपनी मनोदशा, विचार और भावनाओं को दूसरों तक पहुँचा सकते हैं। हमारी वेबसाइट पर आपको मिलेगी ऐसी शायरी जो हर दिल को छूने में सक्षम हो, चाहे वह दर्द, खुशियाँ या प्यार की बात हो। यहां पर हर प्रकार की शायरी का संग्रह मिलेगा, जो आपकी जिंदगी के हर पल को शब्दों में सजीव कर सके।"
-) पलकें उठीं तो पत्थर ने पानी सोचा,
पलकें झुकीं तो पानी ने पत्थर होना।
-) तेरी आँखों का जादू मेरी रगों में पिघला,
हर धड़कन ने नई धुन गुनगुनाई।
-) उन नयन के सहारे चलते रहे कदम,
रास्ता वहीं बना जिस ओर नज़र गई।
-) नज़रें तेरी पहाड़ों पे बादल लाईं,
सूखा मन मेरा हरियाली पी गया।
-) पलकें तेरी बुलाती हैं नाम लेकर,
मैं हर बार खुद पे ही इश्क़ करता हूँ।
-) तेरी आँखों की टहनियों पे ख़ुश्बू लटकी,
सांसों ने नया वसंत चुन लिया।
-) उन नयन का बस एक अक्षर पढ़ा,
उम्र भर का अफ़साना लिख गया।
-) नज़रें तेरी मौसम बदलें,
ये दिल फिर भी तेरा इंतज़ार करता रहा।
-) पलकें तेरी एक सवाल,
मेरा दिल जवाब में धड़क उठा।
-) तेरी आँखों से उतरा गुलमोहर,
हर दहलीज़ खुशबू से रंग गई।
"जब बात आती है दिल की गहरी बातों को व्यक्त करने की, तो हिंदी शायरी से बेहतर कोई माध्यम नहीं हो सकता। 'हिंदी बेस्ट शायरी' के ज़रिए आप अपनी सबसे निजी और अनकही भावनाओं को बेहद सुंदर तरीके से व्यक्त कर सकते हैं। हमारी वेबसाइट पर आपको मिलेगी शायरी की ऐसी सुसंगत कलेक्शन, जो आपके हर अनुभव को शब्दों में बयां करने का अनोखा तरीका पेश करती है। यहां पर दिल छूने वाली शायरी का हर रंग मिलेगा, जो आपके दिल की आवाज़ को सही ढंग से व्यक्त कर सके।"
-) उन नयन के दर पर खड़ी ख़्वाहिशें,
तेरा इशारा मिले तो क़दम बढ़ाएँ।
-) नज़रें तेरी नमी लिए हुयीं,
सूखे रिश्तों को हर पल सींचती रहीं।
-) पलकें तेरी शाम की आरती,
दिल ने हर रोज़ दिया जलाया।
-) तेरी आँखों ने धूप चुराई,
रात ने चाँद संग मुकदमा कर डाला।
-) उन नयन का इश्क़ स्याही बना,
मेरी तन्हाई पे दस्तख़त कर गया।
-) नज़रें तेरी सरगम की धुन,
आँसू भी झूमकर नाच उठे।
-) पलकें उठीं तो आसमान पे दाग़ गिने,
पलकें झुकीं तो दिल ने सब गुनाह माफ किए।
-) तेरी आँखों की सड़कों पर उम्मीदें दौड़ीं,
मंज़िलों ने अपना पता बता डाला।
-) उन नयन की पलकों पे सपने पलते,
मैं हर नींद में उनका पहरेदार बना।
-) नज़रें तेरी ने उतारी आँधी,
मगर धूल में भी गुलाब महका।
-) पलकें तेरी ज्यों जुगनू का साया,
अँधेरे में भी रौशनी का भरोसा देतीं।
-) तेरी आँखों की आर्द्रता में करुणा है,
रेत जैसे दिल ने जलधार पा ली।
-) उन नयन ने उमड़ते बादल बाँधे,
बरसात मेरे अंदर बरसती रही।
-) नज़रें तेरी ने हर सिसकी थाम ली,
मैं रोया भी तो मुस्कान उग आई।
-) पलकें तेरी खुलीं – एक दुआ की अंजुमन,
बंद हुईं – मेरे नाम की चादर तान ली।
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~~~आराध्यापरी~~~
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