Hindi best shayari -: जब आप hindi best shayari को यहां पढ़ते हैं, तो आपको हर पंक्ति में आत्मीयता मिलेगी—ऐसा लगता है जैसे कोई दोस्त दिल की बात दिल से कहकर आपका हौंसला बढ़ा रहा हो।
-) हम अपनी कस्ती को डूबता देख रहें थें,
किनारे से ये नज़ारा तबाही का ।।
दिल चाहता था बचाना उसको,
मग़र हम बेबसी की ज़ंजीरों में जकड़े हुएं थें ।।
-) आज आसमान में परिंदों का महकमा कुछ ज़्यादा हैं ,
लगता हैं पेड़ों पर कोई शातिर शिकारी उतर आया हैं ।।
इनकी आबादी का सफ़र बस तब तक हैं,
जब तक जान इनके पंखों में हैं ।।
-) जंगल के नियम को समझने में भूल ना करना ,
यहां ग़लती की सज़ा मौत हैं ।।
अपने हौसलों की उड़ान सम्भल कर उड़िये,
ज़रा से डगमगाएं और ज़िंदगी ख़त्म हैं ।।
-) कलियों ने खुदको फ़ूल बन जाने की नसीहत दी हैं,
फूलों को अब भीं कली बनें रहना हैं ।।
फ़ूल को तजुर्बा ये भीं हैं,
जब तक ना खिले वो बचा हुआ हैं।।
ज्यों ही खिला वो फ़िर उसे तोड़ लिया जाता हैं,
अपनी दुनियां से अलग कर दिया जाता हैं ।।
-) अभी पंखों की ख़बर ना लो ,
अभी तो नये नये ये आएं हैं ।।
एक ज़माना गुज़र जाएगा ,
इन्हें अपनी उड़ान भरनें में ।।
-) कभी दरिया सा रहने वाला मैं ,
अब एक बूंद को तरस रहा हूं ।।
कभीं प्यासों की प्यास बुझा देता था मैं ,
अब ख़ुद ही प्यासा मर रहा हूं मैं ।।
-) इश्क़ हो तो इज़हार करियें,
इश्क़ में देरी का मतलब हैं उसे खो देना ।।
उसे खो देनें से बेहतर तो यहीं होगा ,
अपने जज़्बात उसे बयां कर दियें जाएं ।।
-) हम ज़िंदगी को मौत लिखने वालें लोग ,
अपनी मर्ज़ी के विपरित चलने वाले लोग ।।
मंज़िल का पता नहीं,
उसको अंजान सफ़र में ढूंढ़ने वालें लोग ।।
कभी किसी के दिल में ठहरेंगे ,
क्या वहां से भीं निकाल दियें जायेंगे,
जैसे हम हो केवल नफ़रत करनें वालें लोग ।।
-) आशुतोष सा होना भीं आसान नहीं ,
अपने हक़ की बातों को भीं ,
अपना नहीं कह सकता वो ।।
ग़म के साहिलों पर खड़ा रहने वाला ,
मोहब्बत को कैसे अपना सकता हैं वो ।।
-) माना कि हम किसी के काबिल नहीं,
ख़ुद से नाराज़गी हम को बहुत हैं ।।
मग़र अगर हम अपनी पर आ जाएं ,
तो ऐसा कुछ नहीं जिसके काबिल हम नहीं ।।
-) मेरे बाद उसे बचाएं रखना ,
वो नादान हैं ज़माने के रंग से ।।
उसे ज़माने की नज़र से छुपाएं रखना ,
वो सबको एक जैसा समझता है ।।
-) आँखें काज़ल सनी थीं उसकी ,
उस रात को तूफ़ान भीं था ।।
ख़त था ये कि इंतज़ार हैं तुम्हारा ,
मग़र हमारी क़िस्मत को ये मंज़ूर ना था ।।
वो इन्तज़ार में बैठी रहीं,
जाने कब सांझ से रात हुईं ।।
उसको ये था कि आऊंगा में ज़रूर,
कोशिश मैं भीं यही कर रहा था ।।
उस तूफ़ान को हमारा मिलना मंज़ूर ना था ,
आँखें काजल सनी रह गईं,
एक पल में मेरी जान चली गईं,
सुबह जब हुईं तो उसकी रात हो गईं,
मेरी अर्थी थीं और वो बर्बाद हो गईं ।।
-) उसने कहां था मरकर भीं ये वादा निभा जाना ,
अगर में बुलाऊं तो मौत की नींद से चलकर भीं आ जाना ।।
उसे ये पता हीं ना था कि मैं वादों का कच्चा हूं,
मग़र फ़िर भीं में उसके इस वादें को निभा आया ।।
उसने जब आवाज़ दीं,
मैं मौत की बेड़ियों को उससे मिलने के लिएं तोड़ आया ।।
कफ़न में था मैं एक आवाज़ में ,
उसके आंखों के आंसुओं को समेट आया ।।
-) उस से प्यारा तो कोई हो ही नहीं सकता मुझे ,
उसके दिल में धड़कनों की तरह धड़कता हूं मैं ।।
-) ये हो सकें तो कोशिश पूरी करना ,
जो वादा किया हैं उसे मरते दम तक निभा जाना ।।
कहानी बहुत पुरानी हुईं,
राँझे और हीर की ,
लैला की उसके मजनू की ,
अब कहानी जानेगी दुनिया अब हमारे और तुम्हारें प्यार की ।।
~~~आशुतोष दांगी~~~
वेबसाईट साहित्य प्रेमियों के लिए hindi best shayari उन अनमोल रचनाओं का संग्रह है, जो गहराई और सरलता के साथ जज़्बातों को व्यक्त करती हैं; जैसे ज़िंदगी की उलझनों में एक सुकून की किरण बनकर आती हैं, और चौदमोहूर्त में दिल की खामोशी को शब्दों में सजाती हैं। ये शायरी‑संग्रह सिर्फ प्रेम, दर्द, दोस्ती या मोटिवेशन नहीं प्रदान करता, बल्कि प्रत्येक पंक्ति में पाठक के मन को छू जाने वाली संवेदनाएँ भी बुनता है
-) पलकें तेरी खुली किताब,
पर हर पन्ना सिर्फ मेरा नाम लिखता है।
-) उन आँखों का समंदर अगर बोल पड़े,
दुनिया डूबकर भी किनारा माँग ले।
-) नज़रें जब तेरी मेरे चेहरे पे रुकीं,
पत्थर भी बुत बनकर इबादत करने लगा।
-) तेरी आँखों ने खींचा ऐसा लहराता रस्ता,
मैं दरिया में बना कश्ती भूल गया।
-) पलकें झुकीं तो कहर, उठीं तो करम,
तेरे नयन दोनों हाथों से तक़दीर बँटाते।
-) उन आँखों की सीढ़ी चढ़ते ही,
दिल ने आसमान में नया घर बसाया।
-) तेरी आँखों का उफ़क़ लाली से सज गया,
सुबह ने शाम से ब्याह रचा डाला।
-) नज़रें जब तेरी ख़ामोशी में डूबी,
शब्दों ने मेरे सीने में बाज़ार लगा लिया।
-) तीखी वो चमक तेरे नैनों की,
जैसे बिजलियाँ बादलों को लिखती हों।
-) पलकें तेरी सर्द हवाएँ,
छू जाएँ तो आग भी ठंडी पड़ जाए।
-) तेरी आँखों ने जो अधूरा ख़्वाब छोड़ा,
मैं हर रात उसे पूरा बुनता रहा।
-) उन नैनों की तसल्ली ने मिटाए घाव मेरे,
दर्द ने भी शुकराना दुआ में कहा।
-) नज़रें तेरी चुपके से रूह छू जाएँ,
जिस्म में हरक़त का मौसम बदल जाए।
-) पलकें उठीं, एक तूफान ने दस्तक दी,
फिर आँखों ने प्यार का मौसम सजा दिया।
-) तेरी आँखें बिन पूछे मेरे दिल के घर आईं,
और रहनुमा बनकर हर रास्ता रोशन किया।
आपकी वेबसाइट की hindi best shayari एक रंगीन कैनवास की तरह है—हर पंक्ति में रंग, हर अल्फाज़ में खूबसूरती, और हर एहसास में एक कहानी जुड़ी होती है।
-) उन आँखों ने जागा जो गहरे ख्वाब,
लाख नींदें आईं, पर फिर ना आईं वैसे।
-) नयन तेरे गुलाब के पर,
मेरे लहू ने वो ख़ुशबू पहन ली।
-) पलकें झपकते ही वादे कर डालती हैं,
मैं वादों के वज़न ताउम्र ढोता रहा।
-) तेरी आँखों का पारा चढ़ता है जब,
दुनिया की सारी गर्मी ठंडी पड़ती है।
-) उन नयन की लकीरें जब मुस्कुराईं,
आसमाँ ने तितलियों को पंख दे दिए।
-) नज़रें तेरी हैं बजती बाँसुरी,
सांसों ने राग अपना खुद सीख लिया।
-) पलकें मिनटों में सदियाँ जी लेतीं,
तेरी आँखों के संग वक़्त बेमानी हुआ।
-) तेरी आँखों ने जो रौशनी बोई,
अँधेरा अंकुर बन लहरों तक फैल गया।
-) उन नैनों की ठंडी आग,
जलाकर भी राख नहीं करती।
-) नज़रें तेरी मक़बरा मेरी यादों का,
हर ख़्वाब वहाँ दिये जला सो जाता।
इस प्लेटफॉर्म की “hindi best shayari” पाठक को उसकी जज़्बातों के आईने में ले जाती है, जहां हर पंक्ति उस आईने की तरह होती है जो भीतर दबे इमोशन को बाहर लाती है।
~~~आराध्यापरी~~~
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