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Hindi best shayari :-"हिंदी बेस्ट शायरी न केवल एक कविता का रूप है, बल्कि यह हमारी जज़बातों और गहरे विचारों को एक अनोखे अंदाज़ में प्रस्तुत करने का एक बेहतरीन तरीका है। यह शायरी जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे प्रेम, दर्द, ख़ुशी, और संघर्ष को अपनी भावनाओं के साथ सजीव करती है। हर शब्द में छुपा एक गूढ़ अर्थ और दिल को छूने वाली मीठी आवाज़, 'हिंदी बेस्ट शायरी' को एक अद्वितीय अनुभव बना देती है। अगर आप भी अपनी भावनाओं को शानदार शब्दों में ढालना चाहते हैं, तो हिंदी शायरी का यह खजाना आपके दिल के हर कोने को छू जाएगा।"



 1 ) वो दूर हैं मुझसे तो क्या हुआ,

     हर दफ़ा मेरे सीने में दिल बनकर धड़कता तो हैं।।


     उसके बग़ैर दिल तो भी लगता ,

     मग़र फ़िर भीं वक़्त कटता तो हैं।।



2 ) बड़ी मन्नतों से उसे मांगा बाबा भोलेनाथ से,

     कैसे उसका अनादर कर सकता हूं मैं।।


    वो उनकी रहमत हैं,

    जिनके आगे हर सिर झुकता हैं।।



3 ) तू कहीं दूर का मुसाफ़िर नहीं,

     तेरी दौड़ मेरे दिल तक की हैं,

     इसके आगे की आज़ादी तुझे तो नहीं।।



4 ) नादान दिल धड़क गया क्या ख़ूब हैं 

     तेरे नाम से धड़कन बड़ा दी इसने क्या खूब हैं ।।


    हम तुझे अजनबी अंजान समझते थे

    अब तेरे साथ हैं क्या ख़ूब हैं ये ।।



5 ) हम पतझड़ के बिछड़ने वालें,

     जाने कब सावन कि आस करेंगे ।।


     एक अरसे से वो भीं लौटा नहीं,

     जाने कब उसके लौटने की उम्मीद करेंगे ।।



6 ) हम बर्बाद हो जाना चाहते हैं,

     ये भीं क्या अजीब बात हैं।।


    हम आबाद हीं कब थें,

    जो अब बर्बाद होंगे ।।



7 ) मुझे ज़माने भर की बातें,

     सुनना भीं पसंद नहीं ।।


    बातें मेरे सहने की करते हैं ये ,

    सिंहों ने डरना सीखा ही नहीं ,

    किसी और से बेख़ौफ है हम,

    ज़माने के उस दौर से ।।



8 ) कभी आंखों में मिल हैं वो मेरे,

     कभी दिल में धड़कता हैं वो मेरे ।।


    वो पायल की छन छन उसकी ,

    सरगम मिलता हैं कानों में मेरे ।।



9 ) भटक रहें हो राह तुम ,

     ये शब्द अच्छे तो नहीं हमको ।।


     राहें बनाईं हैं हमनें,

     तो भटकना मुमकिन नहीं ।।



10 ) दर्द हद से बढ़ जाएं तो दवा लिजिएं,

       महबूब की बातें मानियें और उसे ख़ुदा कीजियें।।


      ना कोई उसके सिवा ,

      वो ही हैं सबसे क़रीब ज़माने भर से उसे ज़ुदा कीजियें ।।



11 ) मैं बर्बादियों की अंतरिम हद पे था ,

       उसके बाद बस तबाही का मंज़र था ।।

 

      मुझसे ख़बर ना पूछियें कि क्या बच सकता हैं,

      मैंने बचने की बातों को भी ,

      बस वहीं तबाह किया हैं।।


उन्हें आदत थीं वीरानेपन की ,

       मैं अकेला कहां रहता ।।


       उसे ना मंज़ूर था मैं,

       और उसके बग़ैर मैं ख़ुद को न मंजूर था ।।


      उसने अपनी सी करने की ठानी ,

      और मैंने उसका होने कि ।।



12 ) मैं ख़ुदको आफतों में जाने कब ले आया ,

       दिल का सौदा भरे बाजार कर आया ।।

  

      लोगों को मंज़ूर ना होती एक पल की आफत,

      मैं ताउम्र के लिए उसे सिर ले आया ।।



13 ) मुझे हराने वो आएं ,

       जिसके आगे मैं अस्त्र ही ना उठा पाया ।।


       होता क्या हार कबूल ना थी बग़ैर लड़े ,

       मैं फ़िज़ूल में अपनी जान गंवा आया ।।



14 ) उसके आगे हर फ़ैसला मुझे क़बूल था ,

       वो मौत लिखता मुझे फांसी का फ़ैसला मंज़ूर था ।।

       जो मुकदमा फ़िर किसी और के हाथ गया ,

       ये बाघी फ़िर बग़ावत पे आ गया ।।


       कायदे क़ानून सबकी आँखों में धूल झोंक गया ,

       फ़िर मैं हवा हो गया आंधी सा छा गया ,

        मेघों की तेज़ गरजना सा गरज ही गया ।।




15 ) खैर छोड़ो उनकी बातें,

        रब ही जाने उनकी बातें।।

      

        जो उलझा लेते थे हमें कभी ,

        अब कर रहें हैं ना जाने कैसी बातें।।


        बड़ा गुरुर हैं उन्हें अपने आप पर ,

        चलो कर लेते हैं फिर तुम्हारे जैसी बातें।।



~~आशुतोष दांगी 

"हिंदी बेस्ट शायरी" न केवल दिलों को छूने वाली होती है, बल्कि यह भावनाओं और विचारों को बेहद खूबसूरती से व्यक्त करने का एक माध्यम है। हर शब्द, हर बहर में एक गहरी सच्चाई छिपी होती है, जो किसी भी व्यक्ति के मन में गूंज सकती है। यदि आप भी अपने दिल की बात को शायरी के जरिए बयान करना चाहते हैं, तो हिंदी शायरी का अनूठा संग्रह आपके लिए है, जो प्रेम, दर्द, खुशी और जिंदगी के हर पहलू को बेहद सलीके से प्रस्तुत करता है। यह शायरी न केवल आपको भावनात्मक सुकून देती है, बल्कि यह आपकी अंदरूनी दुनिया को भी निखारने में मदद करती है।


1. बेरोजगारी की मार ने हमें तोड़ दिया,  

   सपनों के शहर में हौसले की बारिश रोक दिया।


2. रोज़गार के दरवाजे पर खड़े हैं हम,  

   उम्मीदों के बादल में छाई है ग़म।


3. खुद की मेहनत पर अब भरोसा नहीं रहा,  

   हर सुबह खाली हाथ लौटना, ये तो सज़ा है।


4. हर चौराहे पर मिलते हैं हज़ारों चेहरे,  

   उम्मीदों की परवाह किए बिना, सिर्फ अधूरे सपने।


5. कभी मेहनत का फल मीठा होगा,  

   पर आज बेरोज़गारी का ग़म, दिल को खा रहा।


6. सपने हैं ख्वाबों की तरह, पर कसरत नहीं है,  

   बेरोजगारी की लकीरें, हाथों में खिंच गई हैं।


7. उम्र भर की महनत, कहीं खो गई,  

   नौकरी के वादे अब बस कहानियाँ हो गई।


8. इस महंगाई के युग में, कोई सुने ना,  

   सब हैं परेशान, किसको पता अपनी क़िस्मत की रेखा।


9. हर दिन की ख़्वाहिश, बस एक नौकरी है,  

   लेकिन फिर भी गहरी रात की खामोशी है।


10. काम के चक्कर में, दिन गुजर जाते हैं,  

    बेरोजगारी के साए में, हम सब सड़ जाते हैं।


11. मिट्टी में मेहनत की गंध होती है,  

    पर बेरोजगारी के बयार में कोई सुनने वाला नहीं।


12. ख्वाबों में भी अब वो चाहत नहीं रही,  

    बेरोजगारी के साये ने, जोस की बात नहीं रही।


13. आत्मनिर्भरता के ख्वाब देखने चले थे,  

    लेकिन हाथ खाली रह गए, ये दिन देख कर।


14. बीते लम्हे लौट कर नहीं आने वाले,  

    बेरोजगारी के शिकंजे में हम सब फंसे रहने वाले।


15. हर दिन ताज़ा होती हैं खबरें बेरोज़गारी की,  

    पर दिल में उमंग फिर भी, नहीं जाने क्यों है ज़िंदगी की।


"हिंदी बेस्ट शायरी उन लोगों के लिए एक बेहतरीन जरिया है, जो अपनी भावनाओं और दिल की बातों को शब्दों में ढालना चाहते हैं। चाहे वो प्यार की बात हो, जिंदगी के उतार-चढ़ाव, या फिर दिल के दर्द को साझा करने का तरीका, हिंदी शायरी हर स्थिति में अपनी गहरी और प्रभावशाली छाप छोड़ती है। यह शायरी न केवल शब्दों का खेल होती है, बल्कि एक गहरी समझ और संवेदनशीलता का भी प्रतीक होती है। जब आप हिंदी बेस्ट शायरी को पढ़ते हैं या लिखते हैं, तो यह आपके भीतर एक नया दृष्टिकोण और भावनाओं की परतें खोल देती है, जो जीवन को और भी सुंदर बनाती हैं।"


16. सपने देखे थे हम, ऊँचाइयों की ओर,  

    लेकिन अब तो ठोकर खा रहे हैं, मंदी की होर।


17. कदम दर कदम बढ़ते रहे, रास्ता खोते रहे,  

    बेरोजगारी की राह में सपने हम बोते रहे।


18. आसमान छूने की चाहत में बेमिसाल थे हम,  

    पर बेरोजगारी की दीवार ने रोका हमें।


19. संसार की सड़कों पर घूमते फिरते हैं,  

    बेरोज़गारी की ग़मों में, बस तड़पते हैं।


20. हर इक चेहरे पर शिकन, दिल की परेशानियों की है,  

    बेरोजगारी की आग में, हर ख़ुशी की परछाई है।


21. मेहनत के बादल छाए, फिर भी चांद दूर है,  

    बेरोजगारी की गहराई में, ये सब बुनियादें जरूर हैं।


22. भविष्य की सोच में, आज खो गए हैं,  

    बेरोजगारी की काली छाया में, हम सब डूब गए हैं।


23. हर दिन की तलाश में, गम भुलाने निकले,  

    बेरोजगारी की गली में, हम अकेले ठोकर खाए।


24. काम की ख्वाहिश में, उम्मीदें बुनते हैं,  

    पर बेरोजगारी के अंधेरे में, हम खुद को भुलाते हैं।


25. खुद की मेहनत से अब उतरने लगे हैं,  

    बेरोजगारी के इस सागर में, सब खुद को खोने लगे हैं।


"हिंदी बेस्ट शायरी का हर एक शब्द दिल को छूने वाला होता है। यह शायरी न केवल शब्दों का संगम है, बल्कि यह उन भावनाओं और अहसासों को शब्दों में बयां करती है जिन्हें हम कभी शब्दों में नहीं ढाल पाते। चाहे वह प्रेम की गहराई हो, दर्द का अहसास हो, या जिंदगी के उतार-चढ़ाव की कहानी हो, हिंदी बेस्ट शायरी अपनी प्रभावशीलता और संवेदनशीलता से हर दिल को छूने की क्षमता रखती है। यह शायरी आपके भीतर की छुपी हुई भावनाओं को बाहर लाने का बेहतरीन तरीका है, जो न केवल आपको सुकून देती है, बल्कि आत्म-संवाद और खुद को समझने की प्रक्रिया में भी सहायक बनती है।"


~~~आराध्यापरी~~~

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