Hindi best shayari-: "हिंदी बेस्ट शायरी" न केवल शब्दों का खेल है, बल्कि यह हमारी भावनाओं, विचारों और संवेदनाओं का सुंदर मिश्रण है। यह शायरी प्रेम, दर्द, खुशी, और जीवन के विभिन्न पहलुओं को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है। हर एक शेर, एक नई कहानी सुनाता है, और हर एक मिसरा, एक नया संदेश देता है। यदि आप भी अपनी भावनाओं को शब्दों में ढालना चाहते हैं, तो "हिंदी बेस्ट शायरी" का यह संग्रह आपके लिए एक आदर्श स्थल है।
-) किसी से कुछ ना कहने वाले लोग
झूठ को सुनाने वाले लोग ।।
सच को छुपाने वाले लोग,
लोगों को बहुत पसंद आते हैं ऐसे लोग ।।
-) वो बातें झूठ की करके सबके दिलों में राज़ करतें हैं,
हम एक सच को बोल के ,
ना जाने कितने दिलों से उतरतें हैं।।
हम फ़िर भीं सच बोलतें हैं,
ये इनकी दाल रोटी झूठ की भट्टी पे सेकते हैं।।
-) ना जाने कितने दिलों पे राज़ कर रहें हैं हम,
या अपनी ही शाम के बादशाह बन रहें हैं हम ।।
ये तो ख़बर हीं नहीं कि क्या क्या कर रहें हम,
जो कर रहें हैं बहुत ख़ूब कर रहें हैं हम ।।
-) वो मंज़िल से पहले रास्तें में आ बैठा,
उस से मिलने के बाद मैं मंज़िल का रास्ता भूल बैठा ।।
अब ये हाल हैं कि वो मंज़िल हैं,
वो नएं आशियाने का सरताज बन बैठा।
-) मेरे हिस्से में ग़म लिख देना,
मग़र किसी बेवफ़ा का साथ ना लिख देना ।।
तन्हा गुज़ार लेंगे ये जन्म भीं,
किसी धोखेबाज के धोखे में ना रखना ।।
-) हम छोड़ जाएं ये गलियां,
इन्हें आबाद फ़िर कर कौन सकता हैं।।
हम तो ग़म में भी मुस्कुरा सकतें हैं,
हमारे जैसा आख़िर कौन मुस्कुरा सकता हैं।।
-) वे चाहते ही नहीं के में उनके नाम कोई कहानी लिखूं ,
वे हर कहानी से नज़रंदाज़ करना चाहते हैं मुझे ।।
पराएं किसी का साथ अच्छा हैं उन्हें ,
मेरे साथ होनें से मुसीबतें हज़ार हैं उन्हें ।।
-) हमारे हिस्से में और तो कुछ ना आ सका ,
रुसवाई आईं ज़माने की और नया कुछ ना आ सका ।।
हम बग़ैरत हो गएं बातें तमाम सुनकर ,
और तो कुछ मुकाम हासिल ना हुआ ,
बदनसीबी का पैग़ाम सरेआम आ गया ।।
-) जान हमारी रुक रुक गुज़र रहीं हैं,
एकदम निकल जाएं बातें तो इतनी हो रहीं हैं।।
कुछ तो हम ख़ुद भी घुट के मर रहें हैं,
कुछ ज़हरीली फिज़ाओं से मेरा दम घुट रहा हैं।।
-) तू हैं कहीं ख़ुदा तो हाज़िर हो ,
अब हम से हमारा सफ़र कटता नहीं ।।
कुछ तो ज़माने की नज़र हमें ख़ुश देखना नहीं चाहती ,
और ज़्यादा देर दामन खुशियों का हमारे पास ठहरता भीं नहीं ।।
-) ये भीं बहुत ख़ूब हैं कि बातें लोग मेरे पीठ पीछे करते हैं,
वरना इस ज़माने में कौन किससे डरता हैं।।
मैं ना रहूं सामने तो वे मेरी ही बस बात करतें हैं,
जो दिख जाऊं मैं तो कहते हैं हम दुआओं के लिए तुम्हें याद करते हैं।।
-) उनके हक़ में फ़ैसले जब तक किए हमनें,
तब तक उनके सबसे ज्यादा अहम रहें हम ।।
ज्यों ही फ़ैसले हमनें उनके विरोध में किए ,
हमसे बुरा कोई नहीं रहा ,
सच को बस सच कहते रहें हम ,
फ़िर लाखों मुसीबतों को सिर पर लिए रहें हम ।।
-) वक़्त यूं भीं नहीं दिया जाना चाहिए कि,
ख़ुदको ऐसा लगने लगे जो क़रीब था मेरे ,
वो किसी अंजान का हो गया ।।
-) तेरी जुल्फों के सायें में मैंने अपनी एक उम्र गुजारी हैं,
इनसे दूर कहीं एक पल को भीं चैन नहीं ।।
-) हम तेरे क्या हुएं सबसे जुदा हो गएं,
हम औरों की ख़ैर ख़बर से लापता हो गएं।।
अनजाने हो गएं सबसे बैग़ाने हो गएं,
पहले कुछ काम के थे अब बेकाम के हो गएं।।
~~~आशुतोष दांगी~~~
-) तू ही मेरा सुकून है, तू ही मेरी दुआ है,
तेरे बिना हर लम्हा बस एक सज़ा है।
-) तेरे साथ चलूं तो रास्ते भी मुस्कुराते हैं,
तू जो पास हो तो ग़म भी सुकून पाते हैं।
-) ना शोर चाहिए, ना कोई जुनून,
बस तेरी बाहों का हो सुकून।
-) तन्हाई में भी तेरा एहसास है,
तू पास न हो फिर भी तू मेरे पास है।
-) तेरे ख्यालों से जो दिल महकता है,
वही तो सुकून है जो हर दर्द सहता है।
-) तू दिख जाए तो दिल को चैन आता है,
तेरे बिना तो हर सवेरा वीरान नज़र आता है।
-) तू ही मेरी दुनिया, तू ही मेरा आसमां,
तेरे बिना अधूरी सी है मेरी दास्तां।
-) नशा तेरा नहीं, ये सुकून है कोई,
जो हर सांस में बसा है, जूनून है कोई।
-) तुझसे जुड़ी हर बात सुकून सी लगती है,
जैसे धूप में छांव की जगह मिलती है।
-) तू मुस्कुराए तो मौसम भी बहार बन जाए,
तेरे बिना तो दिल भी बेजार बन जाए।
-) तू मिले तो सब अधूरा पूरा हो जाए,
तेरे बिना हर लम्हा अधूरा रह जाए।
-) तेरा नाम लेकर ही सुबह होती है,
ये दिल तेरे बिन कभी न रोती है।
-) तेरे ख्यालों में जो सुकून मिलता है,
वो किसी और के पास कहां मिलता है?
-) तू पास हो तो सब कुछ अच्छा लगता है,
तेरे बिना तो खुद से भी रिश्ता कटता है।
-) तेरी हँसी में जो राहत मिलती है,
वो दवा नहीं, कोई इबादत मिलती है।
"दिल की गहराई से निकली हर एक शायरी, जैसे चाँद की चाँदनी हो रातों की सवारी। हर लफ्ज़ में बसी है एक नई कहानी, जो दिल से दिल तक पहुँचाए सच्ची जुबानी।”
-) सुकून चाहिए तो तुझे सोच लिया करता हूं,
तेरी यादों में ही खुद को खो दिया करता हूं।
-) तेरी बातों में जो मिठास है,
वो ही तो मेरे सुकून की आस है।
-) तू रूठ जाए तो सब कुछ सुना लगता है,
तेरी एक झलक से दिल भी सजीव लगता है।
-) तेरे बिना सब अधूरा सा लगे,
तेरे साथ हर पल पूरा सा लगे।
-) तू ही मेरा ख्वाब, तू ही मेरा सुकून,
तेरे बिना अधूरा हर जूनून।
-) तेरी नज़रों से जो सुकून मिला,
किसी मंदिर-मस्जिद से ना मिला।
-) तुझमें ही बसी है मेरी हर शाम,
तेरे बिना अधूरी हर सुबह की बात।
-) तेरी एक मुस्कान पर ये जान लुटा दूं,
तू कह दे तो पूरी कायनात भुला दूं।
-) तेरा साथ हो तो हर दर्द भी ग़ज़ल लगे,
तेरे बिना तो हर खुशी भी फ़िज़ूल लगे।
-) तू ही है जो दिल को सुकून देता है,
तेरे बिना सब कुछ अधूरा सा रहता है।
हमारी वेबसाइट पर आपको "हिंदी बेस्ट शायरी" का एक विस्तृत और विविध संग्रह मिलेगा, जो न केवल आपकी भावनाओं को शब्दों में ढालने में मदद करेगा, बल्कि आपके दिल की गहराईयों तक भी पहुंचेगा। यहां प्रस्तुत शायरी प्रेम, दर्द, दोस्ती, जीवन, और प्रेरणा जैसे विभिन्न विषयों पर आधारित है, जो हर पाठक के दिल को छूने का सामर्थ्य रखती है। हमारा उद्देश्य है कि हम आपको ऐसी शायरी प्रदान करें जो न केवल सुंदर हो, बल्कि आपकी भावनाओं को सटीक रूप से व्यक्त करने में सक्षम हो।
~~~आराध्यापरी~~~
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