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Hindi best shayari:- 


1 ) चांद को अपनी ख़ूबसूरती का ग़ुमान तब तक हैं,

     जब तक मेरे सनम की बात ना हो ।।


     ज्यों ही बात मेरे सनम की आईं,

      चाँद ने अपनी निगाहें बदल ली ।।



2 ) फूलों को महकने का हुनर ना दीजिएं,

     फिज़ाओं को बहकने का हुनर न दीजिएं।।


    उनके राज़ हैं ये क्या ख़ूब,

    उन्हें अपना सा रहने दीजिएं ,

    प्रकृति के आचरण में अपना हस्तक्षेप ना कीजिए ।।



3 ) अब हमें पंखों की परख दिखाते हैं वे ,

      जिन्हें उड़ने का हुनर हमनें सिखाया।।

      

      हम जिस महफ़िल की शान थें,

     उस महफ़िल से हमें निकालना चाहते हैं वे ।।



4 ) मुझे ज़माने की ख़बर नहीं ,

      मैं ख़ुद में खोया हूं ।।

   

      हुनरमंद मेरा हुनर ना आजमाओं,

      मैं ना जाने कितनी उलफ़तोँ से ,

      ख़ुद को समेट लाया हूं ।।



5 ) मेरी उम्मीद का बांध भी जाने कैसे रुक पाता,

     सारी हदों के बाद मैंने अपने सब्र को खोया हैं।।

   

     मुझे किसी और के अंदाज़ में ना नापों,

     मैंने हर एक शख़्स को उसके बराबर ही आंका हैं।।



6 ) मुझको तूफ़ान का डर ना दिखा ,

     मैं तूफ़ानो में पला बड़ा हूं ।।


    समंदर की धौंस ना दिखा ,

    मैं इसपर राज़ कर चुकां हूं ।।



7 ) तूफ़ान को मौज करने दें ,

     हम भीं इस से बेख़ौफ लड़ेंगे ।।


     इन बाजुओं में ज़ोर अभी नया नया हैं,

     हम अपने हौसलों से युद्ध लड़ेंगे ।।



8 ) तेरा नाम ही काफ़ी रहा,

     हम मुसीबतों से सुलह कर आएं हैं।।

  

    हमें उम्मीद थीं कि बचना अब मुमकिन नहीं,

    हमनें तेरे नाम के सहारे ख़ुद को बचाएं रखा ।।



9 ) तारे चाँद कुछ कह रहें हैं हमसे ,

     चांदनी में तेरा चाँद कहां जा छुपा ।।


    उनकी बातें सुनकर हम मुस्कुराने लगें,

    वे इठलाने लगे हम शर्माने लगें ,

    महबूब सनम चांदनी को फिर ,

    अपनी निगाहों में छुपने लगें।।



10 ) मेरे नाम से मशहूर कोई और हर जगह हो गया,

       उसके नाम से मशहूर मैं हो गया ।।



 11 ) ये भीं क्या कम हैं,

         कि इस हाल में भीं हम ख़ुश हैं।।

  

        तुझसे बिछड़ने के बाद कौन जिंदा रह सकता था,

         हमनें ख़ुद को संभाल रखा हैं।।



12 ) बिछड़े इस मौसम के ,

        जाने किस मौसम में मिलेंगे अब ।।

 

         हमें ना मंज़ूर हैं ये मौसम ,

         अक्सर बिछड़ने का सफ़र इस मौसम में तय होता हैं ।।



13 ) वक़्त रहते संभल जाइएं,

       ये वक्त फ़िर संभलने का मौका भीं ना देगा ।।


      कितना कुछ दिया हैं इसने,

      फ़िर एक पल में सब छीन लेगा ।।



14 ) वो ना हो तो दिल जाने क्यों घबराता रहता हैं,

       उसी की यादों को मन मंदिर में सजाता रहता हैं।।


      उसके बग़ैर एक पल को चैन भीं नहीं हैं,

      वो मेरी सारी उल्फतों को एक पल में सुलझा देता हैं।।



15 ) मेरा मेहबूब सनम चाँद से ख़ूबसूरत हैं,

       बातें उसकी ज़माने से अलग हैं।।

 

       वो जो मुस्कुरा दें तो ,

       कलियां खिल उठती हैं।।

  

       वो जो ना हो तो सावन कि फुहारें,

       वापिस लौट जाती हैं।।

       वो मेरे मन का संतुलन बनाएं रखती हैं।।



~~~आशुतोष दांगी~~~


1. उसकी यादों में खो जाता हूँ,  

   हर एक लम्हा फिर से जीता हूँ।


2. चाँद की रोशनी में तेरा चेहरा,  

   तेरी यादों का यह आलम है प्यारा।


3. बिछड़ गए तुम जब से,  

   हर पल तेरा इंतज़ार करता हूँ।


4. तू जो याद आए, दिल फिर से धड़कता है,  

   तेरे बिना यह नसीब भी मुझसे भटकता है।


5. तेरे बिना हर ख़ुशी अधूरी है,  

   तेरी यादों में ही मेरी दुनिया पूरी है।


6. तेरी तस्वीर अब भी मेरे पास है,  

   तेरी यादों का साया हमेशा साथ है।


7. हर एक लफ्ज़ में तेरा जिक्र है,  

   तेरी यादों में बसी जो ख़ुशबू है।


8. तन्हाई में तेरी बातें मुझसे करती हैं,  

   मेरी हर साँस में तेरी यादें बसी हैं।


9. तेरे बिना ये सांसें भी अधूरी सी लगती हैं,  

   तेरी यादें ही मेरे दिल को सुकून देती हैं।


10. रात की चादर तले तेरा नाम लाउं,  

    तेरी यादों को अपने दिल में सजो लूँ।


11. जब भी देखा उसे, दिल ने कहा,  

    तेरी यादें आज भी मेरे साथ हैं ये कहा।


12. आंसुओं की खुशबू से महके हैं दिन मेरे,  

    तेरी यादों का एहसास अब भी ताज़ा है।


13. एक साया है जो मेरे साथ चलता है,  

    तेरी यादों का यह सफर कभी खत्म नहीं होता है।


14. तुम्हारी खुशबू से महकता है ये जहान,  

    तेरी यादें बसा गई हैं मेरे हर अरमान।


15. सपनों में जब तेरा सामना होता है,  

    तेरी यादों का जादू फिर से मुझ पर छाता है।


16. चुपके से आती है तेरी यादें,  

    दिल की गहराइयों में बसी हैं ये बातें।


17. बिछड़ने का ग़म मैंने छिपा लिया,  

    पर तेरी यादों को दिल से कैसे मिटा लिया।


18. सर्द रातों में तेरा नाम लूँ,  

    तेरे यादों के सहारे हर दर्द सहूँ।


19. तेरा हंसना आज भी सुनाई देता है,  

    तेरे बिना हर पल बस खाली सा लगता है।


20. यादों के सफर में तन्हाई है,  

    पर तेरे बिना हर एक पल बेजान है।


21. दिल की किताब में तेरा नाम है,  

    तेरी यादों का जादू हमेशा हमारे आंगन है।


22. रुत बदलती है, पर यादें नहीं,  

    वो लम्हे कभी भुलाए नहीं जाते, ये सच है।


23. जब भी तुम्हारी यादें सताती हैं,  

    मेरी आँखों में तुम्हारे पने बुन जाती हैं।


24. तेरी मुस्कान की महक अब भी है पास,  

    तेरी यादों में बसते हैं रंगीन ख्वाब।


25. वक्त थम सा गया

 है जब से तुम्हे खोया,  

    मेरी हर धड़कन में तुम्हारी यादें हैं छुपा।  


~~~अराध्यापरी~~~   

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