Hindi best shayari:- हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत "हिंदी बेस्ट शायरी" का संग्रह न केवल शब्दों का खेल है, बल्कि यह आपके दिल की गहराईयों में उतरकर भावनाओं को व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है। यहां आपको प्रेम, दर्द, दोस्ती, जीवन, और देशभक्ति जैसे विविध विषयों पर आधारित शायरी मिलेगी, जो हर पाठक के दिल को छू जाएगी। हमारी शायरी में न केवल शब्दों की सुंदरता है, बल्कि उनमें छुपी भावनाओं की गहराई भी है, जो आपके दिल की बात को शब्दों में ढालने में मदद करेगी।
-) कहानी हमारी अधूरी ही रह गईं,
कुछ तो क़िरदार ही ख़त्म हो गएं।।
कहानी हमारी सुनने वाले थें वे,
कुछ कह ना सकें वे अंजाने सफ़र के हो गएं।।
-) कहानी पूरी यूं भीं ना हो सकी हमारी,
एक मुलाक़ात की बात थीं।।
शाम के पहर में बैठनें की,
उसने फ़िर ऐसी शाम की ,
की शाम ही ना हुईं फ़िर।।
-) बातें अधूरी ही रह गईं,
उनसे मिल ना सके हम ।।
एक आरज़ू थीं हमें,
की मिलके कुछ तो सुलह करें ।।
-) मेरे हिस्से में जाने कौनसा वक़्त आ गया ,
इसकी कल्पना होना भी संभव ना थीं ।।
खिलखिलाती हसीन कलियां थीं बाग़ में मेरे,
जब हमनें उन्हें हाथों से उठाना चाहा ,
तो मुरझाईं कलियों के सिवा कुछ ना थीं।।
-) मुझे किसी और जैसा ही बना देना ,
मेरे जैसे इस ज़माने के लायक नहीं ।।
लोगों की दुकानें झूठ फ़रेब से चल रहीं,
मेरा सच के सिवा कोई साथी नहीं ।।
-) चाँद भीं सुर्ख लाल हो गया,
कब तक ये भी शीतलता बरसाता ।।
सारी हदें पार हो गईं लोगों की ,
फ़रेब करके बेचारे चाँद की झूठी कसमें खाने लगें,
शांत सा रहने वाला चाँद भीं,
फ़िर आग़ बरसाने लगा ।।
-) ज़माने की बातें ना कर,
जमाना अब कहाँ बात करने लायक बचा ।।
इस ज़माने की बातों ने ,
बेगुनाहों की जान ली हैं।।
-) दूर आसमान में जाने वालें,
क्या सच में तारे बन जातें होंगे ।।
जो हमें क़रीब से नज़र ना आते हैं,
वे हज़ारों कोष ऊपर से हमें देख पाते होंगे ।।
जिनसे बातें क़रीब से ना हो पाईं,
क्या वे इतनी दूर से सुन पाते होंगे ।।
क्या सच में वे तारे बन जातें होंगे ।।
-) हमने नज़र भरके उन्हें देखा ही नहीं फ़िर कभी ,
जब उन्होंने कहां की अब हमारा साथ तुम्हारे साथ नहीं ।।
कहना बहुत कुछ था हमें,
बस एक बात कह सकें कि आबाद रहों ख़ुश रहो,
इस से ज़्यादा और कुछ चाहत नहीं ।।
-) कभी मेरे जैसे किसी से मिलो ,
तो उससे इस अंदाज़ से पेश ना आना ।।
मेरे जैसों की अना में ,
लाखों घर जलें हैं।।
-) बात ये ना थीं कि वो नहीं रहा ,
बात ये हैं कि वो मेरे होते हुएं नहीं रहा।।
शिकवा ज़माने से हज़ार हो सकती थीं उसे ,
बात और थीं औरों की,
मलाल ये रहा कि मैं कुछ ना कर सका,
और वो फ़िर ना रहा।।
-) एक आरज़ू थीं कि निग़ाह भरके देखें उसे ,
देख पाते इससे पहले उसने सिर ढक लिया ।।
चाँद से चेहरे को देखना चाहते थें हम,
उन्होंने मज़ाक ही मज़ाक में मना कर दिया।।
अना यूं भी अच्छी नहीं मेरी ,
उसके मज़ाक ने मुझे उससे ही जुदा कर दिया।।
जो लौटा में पहर के बाद,
तो उन्होंने ख़ुद को ख़त्म कर लिया ।।
-) किसी से कुछ ना कहिएं,
कहीं हुईं बातें अक्सर इंसान छीन लेती हैं।।
-) उनके जानें के बाद ,
हमनें जाना कि अब उन जैसा कोई नहीं ।।
दिल ना लगेगा अब ,
दिल लगाने का हक़दार कोई नहीं ।।
राहों में वफ़ा की बातें तमाम हुईं,
उनके जैसा वफादार कोई नहीं ।।
-) मुझे चाहें ग़म दें ,
औरों को जीने का हुनर दें।।
कुछ तो ग़म मेरे अपने नहीं हैं,
वे भीं किसी और के हैं,
मग़र ठीक हैं मुझको वे भीं दें ,
मग़र औरों को ख़ुश रहने दें ।।
~~~आशुतोष दांगी~~~
"हिंदी बेस्ट शायरी" न केवल शब्दों का संगम है, बल्कि यह हमारी भावनाओं, विचारों और संवेदनाओं का एक सशक्त माध्यम भी है। जब हम इस कीवर्ड का उपयोग करते हैं, तो हमारा उद्देश्य केवल सुंदर शब्दों का चयन नहीं होता, बल्कि पाठकों के दिलों तक पहुँचने वाली गहरी और अर्थपूर्ण रचनाएँ प्रस्तुत करना होता है।
-) तेरे खयाल से मैं हूँ, तुझसे ही रौशन मेरा जहाँ है,
वरना अकेले तो हर रास्ता वीरान सा है।
-) तू न हो फिर भी तेरी खुशबू हवा में है,
मैं तुझमें नहीं, पर तेरा असर मेरी दुआ में है।
-)तेरे बिना भी तेरी बात करता हूँ,
जैसे बेमौसम बारिश का जिक्र हर रात करता हूँ।
-) तू सोचे तो सही, मैं क्या-क्या सोचता हूँ,
तेरे हर खयाल में खुद को खोजता हूँ।
-) तेरी यादें हैं जो नींदों को चुराती हैं,
वरना थकी ज़िन्दगी कबकी सो जाती है।
-) तू मिल जाए तो हर बात मुकम्मल लगे,
तेरे बिना हर पल अधूरा सा लगे।
-) तू करीब हो या दूर, एहसास तो है,
हर धड़कन में तेरा नाम खास तो है।
-) मुस्कान तेरी लबों से हटे नहीं,
तेरे खयालों से मेरी रात कटे नहीं।
-) तेरी आवाज़ सुनूं तो सुकून मिलता है,
जैसे तन्हा दिल को कोई घर मिलता है।
-) तेरे खयाल में डूबा हूँ यूँ आजकल,
कि आईना भी अब तुझे दिखाने लगा है हर पल।
-) तू पास नहीं फिर भी पास लगती है,
तेरी खामोशी भी मेरे सवालों का जवाब लगती है।
-) तेरे खयालों की लहर में बहता चला गया,
खुद से ही दूर होकर तुझमें ही रह गया।
-) तेरे इश्क़ का नशा कुछ ऐसा चढ़ा,
कि होश में रहकर भी मैं बेसुध रहा।
-) तेरी मुस्कान का जादू कुछ ऐसा चला,
कि उदासियों का चेहरा भी हँसने लगा।
-) तेरे खयालों से जो रिश्ता बना,
वो किसी नाम या पहचान से भी गहरा निकला।
-) तेरी यादों ने मुझे रोका नहीं,
पर हर मोड़ पर तेरा ज़िक्र छोड़ा नहीं।
-) तेरी हर बात में कुछ बात सी होती है,
दिल अनसुना करे पर वो मान ही लेता है।
-) तेरे खयाल ने ऐसा समा बाँधा है,
कि तन्हाई भी अब महफिल सी लगती है।
-) तेरे बिना सब कुछ अधूरा लगता है,
जैसे बिना सुर के कोई गीत लगता है।
-) तेरे इश्क़ ने वो एहसास दिया,
जो किसी किताब ने भी कभी नहीं लिखा।
-) तेरे खयाल में जो लम्हा गुज़रता है,
वो किसी सदी से भी ज़्यादा हसीं लगता है।
-) तेरे बिना जीना तो सीखा है,
पर हर पल तुझे महसूस करना नहीं छोड़ा है।
-) तेरी नज़रों की एक झलक चाहिए,
फिर चाहे सारी दुनिया रूठ जाए।
-) तेरे खयालों में जो गुम हूँ,
तो क्या हुआ अगर दुनिया से थोड़ा कम हूँ?
-) तेरी बातें, तेरा नाम, तेरा साया,
सब कुछ लगता है जैसे मेरा साया।
हिंदी शायरी न केवल शब्दों का खेल है, बल्कि यह दिल की गहराईयों से निकली भावनाओं का सुंदर रूपांतरण है। "हिंदी बेस्ट शायरी" का चयन करते समय, यह महत्वपूर्ण है कि हम ऐसी रचनाएँ प्रस्तुत करें जो न केवल लोकप्रिय हों, बल्कि जिनमें गहरी सोच और संवेदनशीलता भी हो। इसलिए, यदि आप अपनी वेबसाइट पर इस कीवर्ड का उपयोग करना चाहते हैं, तो आपको ऐसी शायरी प्रस्तुत करनी चाहिए जो पाठकों के दिलों को छू सके और उन्हें सोचने पर मजबूर कर दे।
~~~आराध्यापरी~~~
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