Hindi best shayari -:शब्दों की दुनिया में जब दिल की आवाज़ को महसूस किया जाता है, तब जन्म लेती है सच्ची शायरी। हमारी वेबसाइट पर आपको ऐसे ही चुनिंदा और भावपूर्ण hindi best shayari का संकलन मिलेगा, जो हर दिल की कहानी को बयां करती है। चाहे वह टूटे दिल की टीस हो या मोहब्बत की मिठास, हर शायरी इस तरह से रची गई है कि पाठक उसे पढ़ते ही अपने जज़्बातों से जोड़ सके। हम हर दिन नए विचारों और भावनाओं के साथ शायरी अपडेट करते हैं ।
-) तुझसे मिलीं नज़र फ़िर किसी और पर ना गईं,
चाहा मिलाना किसी और से वो ना मिलीं।।
तुझपे ऐसे अटकें की बस अटक ही गएं,
एक पल की नज़र में उम्र सारी गुज़र गईं ।।
-) अगर वो किसी राह पर मिल जाएं ,
तो पूछना उनसे की मेरी डगर सी डगर हैं क्या कहीं ।।
मेरे दामन को थाम क्या ख़ूबसूरत हैं ये,
इस ख़ूबसूरती से खूबसूरत कोई और साथ हैं क्या कहीं ।।
-) हम सच को सच कह बैठें,
झूठ वालों की दुकानें चलती रहीं ।।
सच को सच समझने वालें ,
अब कहां जिंदा रह गएं हैं ।।
-) अब शाम भी ढ़ल गईं,
आसमान से सूरज भी ग़ायब हो गया ।।
अब तो रात के अँधेरें से दोस्ती कीजिए ,
अब दिन से कहा वास्तां हैं।।
-) मुझे अपना ना समझ,
ग़ैर सा ही ठीक हूं मैं।।
अपनेपन में ना जाने कितनी चीजें,
छीन ली जाती हैं।।
-) ज़माने भर की नज़र से छुप ही गएं हम,
जो करना था कर ही गएं हम।।
और तो क्या हो सकता था,
आँखो से बस ओझल होना था और हो ही गएं हम।।
-) तेरा ज़िक्र कर बैठें हम ,
जिस डगर से ना गुजरना था उस डगर से गुज़र बैठें हम ।।
अब किससे कहें राहें मंज़िल में मंज़िल ना मिलीं,
लगता यूं भीं हैं कि रास्तों से भटक गएं हम।।
-) मन मंदिर में जाने क्या क्या होता रहता हैं,
कवि की कल्पना में सारा संसार समाया रहता हैं।।
एक बूंद को सागर बन जाने में जाने कितना समय लगता हैं,
जो विचार कर दें मन में कवि तो बेक बूंद का पानी सागर सा लगता हैं।।
-) मेरे हौसलों के पँख को ,
यूं भीं ना काट मुझे आसमान लांघने की अब चाह नहीं हैं।।
-) एक दिल जो रूठा हमसे ,
लगे ऐसा की जग रूठा हमसे ।।
मनाने की बातें लाख हैं मगर ,
वो माने ही नहीं और यूं लगे कि रब रूठा हमसे ।।
-) ये भी क्या कम हैं,
दिल उसे ढूंढ लाया हैं।।
उसके जैसे कि तलाश ना कि,
बस उसको ही ले आया हैं।।
-) मैं तो ख़ुद से रूठ जाता हूं ,
मेरा तो मन भी अब यहाँ लगता नहीं ।।
ख़ुद से बात ना करना ,
बात करके भीं ,
गुम सा रहना,
ये मैं हूं या मैं नहीं ।।
-) एक बात ये भीं अजीब हैं,
जो अपना हैं भीं नहीं,
उसके लिए हम जान लुटाते हैं।।
उसे ये ख़बर भीं नहीं ,
की सिर्फ़ हम उसी पर जान लुटाते हैं।।
-) ख़ुद से जंग हैं अब इसमें क्या जीत हार हैं,
जीतें जी भीं हार हैं और हारे हुएं भीं जीत हैं।।
-) उसके बग़ैर एक पल ना रह सकता था मैं,
अब उसके बग़ैर ना जाने कितने दिन बीत गएं।।
कुछ तो खेल किस्मत का भीं मेरे साथ हैं,
वरना उसके अलावा मुझे मेरे मेहबूब से जुदा कोई नहीं कर सकता था ।।
अगर आप उन शब्दों की तलाश में हैं जो दिल को छू जाएँ और आत्मा तक उतर जाएँ, तो हमारी वेबसाइट पर दी गई hindi best shayari आपको एक नया एहसास देगी। यहाँ हर शायरी सिर्फ अल्फाज़ नहीं, बल्कि जज़्बातों की सच्ची अभिव्यक्ति है — जो प्रेम, विरह, प्रेरणा, और जीवन के हर पहलू को खूबसूरती से बयान करती है। हमने खास तौर पर उन रचनाओं को चुना है जो ना सिर्फ पढ़ने में सुंदर हैं, बल्कि आपके मन को भी छू जाएँगी। अगर आप शायरी के असली रंगों को महसूस करना चाहते हैं, तो यकीन मानिए, यही है आपका भरोसेमंद ठिकाना जहां मिलेगी आपको सच्ची और गहराई से भरी hindi best shayari।
-) हम अपनी कहानी में मगरुर होनें लगें ,
और लोग अपनी रंगत बदलनें,
हम सोच भीं नहीं पाएं कि क्या हो सकता हैं,
वे हमारी तबाही का मंज़र सजाने लगें ।।
-) मैं वक़्त यूं भीं बर्बाद नहीं कर सकता ,
हर पल की क़ीमत यहां ज़िंदगी हैं ।।
-) बेदर्द सनम ना पूछ कैसे दर्द छुपाएं बैठें हैं,
कांटों से खून कैसे निकाल बैठें हैं ।।
-) हमसे ना पूछ बिछड़ जाने का ग़म,
तेरे तनिक ना होनें से हमारे प्राण पखेरूं उसे रहते हैं ।।
-) किसी और का ज़िक्र ना किया कर मेरे सामने,
किसी और का नाम सीने में आग़ मेरे लगा देता हैं ।।
-) हमसे ख़ौफ़ खा ऐ ज़माने,
हम जो दिख रहें हैं ये तो नहीं हैं ।।
-) माना सब बदल रहा हैं पहले जैसा कुछ नहीं हैं,
रंग ज़माने का भीं और हैं नएं रंग का दौर भीं हैं।।
-) उसे हमनें सिर पर बैठाना क्या शुरू किया,
उसने अपने कदमों की धूल हमको समझना शुरू कर दिया ,
हम अपनी गलतियों की सज़ा भुगत रहें हैं बस,
-) वो अजनबियों सा सलूक करनें लगें,
हम भाग्य को दोषी ठहराने लगें,
हो ये भीं सकता था वो हम जैसा हो जाता,
मग़र वो हमें हमारी क़िस्मत का हवाला दे गया ।।
-) इश्क़ बर्बाद कर गया हैं हमको,
बड़े अदब से अब हम में हमारे जैसा कुछ नहीं ।।
-) किसी और का नाम अपनी ज़ुबान से सोच समझ कर लों,
हमारी कहानी में मोहब्बत से ज्यादा ख़ून खराबा हैं ।।
-) हम अपनी क़िस्मत के मारे हैं आशुतोष,
औरों के बस में कुछ था हीं नहीं,
वक़्त हमारा अच्छा रहा हीं नहीं,
हम वक़्त के हत्थे चढ़ गएं वरना हम जैसा इस ज़माने में कोई नहीं ।।
-) पत्थरों से शिकायत कर रहें हैं हम,
इंसानों की बातें इंसानों को छोड़ सब से कर रहें हैं हम,
अपनी ख़ुदी को मिटाकर अपना ख़ुदा किसी और को बना रहें हैं हम ।।
-) आशुतोष सा हो जाने में क्या हर्ज़ हैं,
ख़ुदको पूरी तरह मिटाने में क्या हर्ज़ हैं,
ख़ुदा की महफ़िल में चलें जाएं इन्सानों को ख़ुदा बनाने में क्या हर्ज़ हैं।।
15-) एक ऐसे मोड़ पर ले आएं वो हमें,
जहां से छोड़ जाने में हम ख़ुदको भूल सकतें हैं,
उनकी यादों का सफ़र हैं उनके बग़ैर शायद तन्हा उम्र गुज़ार सकतें हैं ।
जब दिल की गहराइयों को शब्दों का रूप देना हो, तो hindi best shayari ही वह जरिया बनती है जो जज़्बातों को खूबसूरती से बयान करती है। हमारी वेबसाइट पर आपको हर एहसास के लिए अलग रंगों में ढली शायरियाँ मिलेंगी — चाहे वो अधूरी मोहब्बत का दर्द हो या सच्चे प्यार की मिठास, दोस्ती की मुस्कान हो या अकेलेपन की तन्हाई। हर शायरी को इस तरह से संजोया गया है कि पाठक उसे पढ़ते ही खुद को उससे जुड़ा हुआ महसूस करे। अगर आप शब्दों में जज़्बात तलाश रहे हैं, तो यहीं मिलेगा आपको सच्चा hindi best shayari का खज़ाना।
-) वक़्त मोहलत दें हमें कुछ देर संभलने की,
हम वक़्त के मारे लोगों को जी भर के दो पल जीने दें ।।
-) तुम जो बर्बादियों की सीढ़ियां चढ़ चुकें हो,
अपनी हस्ती मिटाने पर तुल चुकें हो,
अब क्या हसरत जीने की करों,
अपनी तबाही का रास्ता तय कर चुकें हो ।।
-) अपनी उम्र का तकाज़ा रहा,
वरना हम अपने दौर के नायक रहें हैं,
अब हालात ये हैं हम ख़ुद को अंत की और धकेल लाएं हैं,
-) हमारी आँखों के आंसुओं ने भी ये क्या कर लिया हैं,
एक तेरे जैसे शख़्स को अपना दोस्त चुन लिया हैं,
किसी और का इन्हें नाम भीं पता नहीं,
अपनी क़िस्मत को जाने किस मोड़ पर कर लिया हैं।।
-) हम जैसा हो सको तुम तो,
कोशिश करना खुदकुशी के अलावा कुछ और भी किया जा सकता हैं,
ज़िंदगी ख़त्म कर लेना हीं मुसीबतों का समाधान नहीं ।।
-) हम ये जाने क्या कर आएँ हैं,
अपनी हीं महफ़िल थीं उसमें ख़ुद का नाम हीं बदनाम कर आएँ हैं,
पूछनें वालें इतना कुछ नहीं जानते थें,
हम उनकी जानकारी में हमारें नाम के दो चार शब्द और लिख आएं हैं ।।
-) चलो अब ज़िंदगी ख़त्म कर देते हैं,
ख़ुद को एक पिंजरे में क़ैद कर लेते हैं,
इतना आसान हैं नहीं ज़माने के रंजो ग़म उठाना,
अपनी तरफ़ से ये काम भीं कम कर लेते हैं।।
-) हम ज़िंदगी ख़त्म करनें के इरादें से मैदान ए जंग में उतर आएं,
अब जो भीं हो सब समाप्त किया जाएगा ।।
-) हमसे ना पूछ मुक्कमल इश्क़ की कहानी,
यहां बर्बादियों के अलावा अपना कोई नहीं ।।
-) हम ज़िंदगी की दौड़ में जाने कितना पीछे रह गए,
धीमे चलने वालें भीं मंज़िल को पा गएं,
हम सबसे तेज़ दौड़ने वालें अभी तक रास्तें को नाप रहें हैं ।।
यहां आपको मोहब्बत, दर्द, दोस्ती और जीवन से जुड़ी ऐसी शायरियाँ मिलेंगी जो न सिर्फ आपकी भावनाओं को बयां करेंगी, बल्कि पढ़ने वालों को भी आपकी बातों से जुड़ने पर मजबूर कर देंगी। हर शायरी को खास अंदाज़ में पेश किया गया है ताकि आपकी सोच और जज़्बातों को असली मायने मिल सकें।
~~~आशुतोष दांगी~~~
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