Hindi best shayari-: "हिंदी बेस्ट शायरी" शब्दों की वो जादुई धारा है, जो दिल की गहराइयों से निकलकर सीधे आपकी रूह को छू जाती है। हमारी वेबसाइट पर आपको मिलेगी शायरी की एक अनमोल दुनिया, जहाँ हर एहसास और भावना को खूबसूरती से शब्दों में पिरोया गया है। चाहे वह प्यार हो, दर्द हो, या जिंदगी के रंग, यहाँ हर शेर आपके दिल को छू जाएगा। हमारी शायरी के माध्यम से आप अपनी भावनाओं को नए अंदाज में व्यक्त कर सकते हैं।।
-) हम तेरी आबरू बचाने को उस हद तक गए ,
जहां तक पहुंचना किसी के बस की नहीं ,
और तूने सरेआम किसी ग़ैर को वाज़िफ समझा ,
और उसे वालिद समझा ।।
-) रहमत यूं भी ना बरसा किसी और पर मैंने
अपनी जान के बदले तुझे मांगा हैं ।।
-) बरसते बादलों ने फ़िर रूप प्रलयंकर धारण कर लिया ,
जब मैंने छाता बेवफ़ा के सिर को ढकने के लिए उठाया ।।
-) शायरी के नज़राने यूं पेश ना कर ,
हम इश्क़ में तबाह हैं तेरे आशिक़ी की बात ना कर ।।
सफ़र में दूर निकल आए थें हम कभी ,
अब सफ़र में गुमराह ना कर ।।
-) आ बैठे चांदनी में कुछ तो बात उसकी होगी ,
मेरे सनम की होगी जो चांदनी सी खिलती होगी ,
अपना रंग बिखेरती होगी ।।
यूं ही नहीं शिकवे चांद को हैं,
वो जो माथे पे बिंदी लगाती होगी ,
तो क्या सुंदर लगती होगी ,
चाँद की चांदनी उस से शर्माती होगी ।।
-) कुछ तो इरादा मौसम का भी ठीक नहीं ,
जब भी वो आए पास जाने तूफ़ान कहां से ले आता हैं,
जो क़रीब उसके जाऊं मैं,
तो चमचमाती बिजली सा बिफ़र जाता हैं ।।
-) मौसम सर्द ही सही मिलने कि आस में ,
सीने में ज्वालामुखी भड़कती रहती हैं।।
मैं उससे मिल जो नहीं पाता आग जलती रहती हैं,
कुछ सर्द ये मौसम शांत कर देता हैं,
कुछ मजबूरियां खा जाती हैं।।
-) मैंने कभी सोचा नहीं था कि यूं शांत रहूंगा,
हालात क्या बदले हमने गुस्सा करना छोड़ दिया ।।
ज़िद्दी थे कभी एक ज़माने में,
अब ज़िद्दीपनें से नाता तोड़ दिया ।।
-) मेरे अपने ही मुझको नकारने लगे अब ,
जो मेरे नहीं थे कभी वे मेरे होने लगे ।।
अजब ये हो रहा हैं,
जान से प्यारे दुश्मन ,
और जानी दुश्मन दोस्त होने लगें।।
-) मुझसे दिल लगाने वाला भी क्या ख़ूब हैं वो ,
मेरी तनहाई का साथी हैं वो ।।
जब भी मैंने ख़ुद से नाराज होना सीखा ,
नाराज़गी ख़त्म करने वाला हैं वो ।।
मुझे जान से प्यारा है वो ,
मेरी ज़िंदगी सहारा हैं वो ।।
-) कभी किसी के ना हो जाना ,
मैंने ज़िंदगी नाम में तुम्हें मांगा हैं।।
किसी की बातों पर बिल्कुल ना इतराना तुम ,
हर सांस में तुम्हारा नाम पुकारा हैं।।
-) मैं आईने से ये सवाल कर आया ,
मेरी आंखों में जाने किसका चेहरा हैं ये।।
मुस्कुराकर आईने ने जवाब दिया ,
हक़ीक़त से वाक़िफ हो तेरी ज़िंदगी हैं ये ।।
-) जब भी आँखें मुंझी तुम नजर आएं ,
इश्क़ की इससे बड़ी क्या सच्चाई पेश करें ।।
जब भी संकट तुम पर आया ,
हमने अपनी जान को जुदा पाया ।।
बिछड़ने की बातें ना करना सरेआम ,
हमनें कत्लेआम को सरेआम मचाया ।।
-) उसके लिए हम ख़ुद से लड़ गए ,
तो किसी ग़ैर की क्या बात ,
जब बात आएगी कुछ ऐसी ,
तो लाशों का ढ़ेर ये जमाना देखेगा ।।
-) हम तो ख़ुद को भूल गए ,
जब से दिल तुमसे लगाया ।।
हमें हमारी ख़बर ही नहीं ,
कोई कुछ भी पूछें तेरे नाम को अपना बता देते हैं।।

"हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत की गई हिंदी बेस्ट शायरी आपके दिल की गहराइयों को छूने वाली है, जो हर एहसास को शब्दों में पिरोकर आपके जज़्बातों को बयां करती है।”
-) हम अपनी कहानी को लिखने के काबिल भीं ना रहें,
वो उस दौर का खिलाड़ी जब साथ छोड़ गया,
तो फ़िर लिखने को बचा हीं क्या ।।
-) वो लाल जोड़ें में दुल्हन बनीं रह गईं,
वो वादा निभाने वाला आया हीं नहीं ।।
-) हम भीं चाहत करतें सनम की ,
कब आँखें खुलें बाहों में समेटे ,
भर ले ऐसे जैसे सागर समेट लें सारी बुराइयां,
-) हम अंधेरे में खौज रहें थे ख़ुद को ,
तभी तो इतना वक़्त लग गया ,
ढूंढने में खुदको ।।
-) वो हमसे बातें छिपा रहा हैं,
जिसकी बातों की तह हीं हम हैं ।।
-) कब तक हम बातों की आड़ में रहेंगे,
कभी तो रुबरु होना पड़ेगा हालात से ,
कायरों सी बातें कायरों को मुबारक,
खुलें मैदान में तलवार तेज़ करतें हैं ।।
-) तेरे चेहरे की चमक मेरी मुस्कान पे निर्भर करने लगी,
हमारे चेहरे की रंगत भी तुमसे चलने लगीं।।
-) माना कि हमारे बस में नही कुछ,
कुछ तो तेरे जैसा हमने भी चाहा हैं,
तुझे चाहा हैं तेरे सिवा किसी और को नहीं चाहा हैं ।।
-) हम जौंन को जान ने वालें लोग आशुतोष ,
कहां दिल लगाने की बातें करेंगे ।।
-) हम जो ख़ुद के भी ना हुएं पूरी तरह से ,
क्या किसी और के हो सकते है इस तरह से ,
सारे बंधनों को तोड़ने वाले क्या किसी रिश्ते को निभा पाएंगे उस तरह से ।।
-) हमको ज़माने का दस्तूर ना मालूम ,
जाने किसकी रहबरी ने हमको सम्भाल रखा हैं,
ये ज़माना किसी का दो गज़ भीं नहीं ,
हमें हज़ार गजों का मसीहा मान रखा हैं ।।
-) एक ग़लती की सजा इतनी हो सकती हैं ,
किसी की जान जिस्म से जुदा हो सकती हैं ।।
-) तलवार उठाने वालें कलम थामने लगें,
तो लगता हैं आक्रोश की वाणी में ,
मधुरता की मिठास घुलने लगीं ।।
-) कौन समझें हमें क्या हो गया दिल को हमारे ,
अब हम ये समझ ले दिल दुखायें बहुत तो दिल दुखेगा भी बहुत ।।
-) इतना भी मुमकिन करो ,
मुझे तुम ख़ुद के हवालें करों,
मेरी ज़िंदगी दौड़ भाग गईं कईं दूर ,
उसकी दौड़ पूरी करो ।।
"हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत की गई हिंदी शायरी न केवल शब्दों का संगम है, बल्कि यह आपके दिल की गहराईयों और भावनाओं की सच्ची अभिव्यक्ति है।”
-) हम हर फैसले को तेरे हक़ में,
करना चाह रहें हैं, अभी आधा अधूरा सा हूं तेरा पूरा करना चाह रहा हूं ।।
-) बड़ी आरज़ू थीं तुम्हें क़रीब से देखने की ,
नसीब में पास से देखना भी ना लिखा था ।।
-) हम में समन्दर सी दरियादिली हैं,
जितने भीं हैं सब को समेट लेते हैं ।।
-) किस को सुनाएं अपनी खता,
दिल पर जो गुजरी उस से दिल दहल जाता हैं ।।
-) बारिश की बूंदों से हिसाब ना लूं ,
इनकी कहानी बड़ी ख़राब हैं,
आसमान पर राज़ करने के वाबजूद ,
पैरों की धूल शांत करने आ उतरी है ये ।।
-) बातों के फेर में ना उलझा हमें ,
हम ने कईयों की कस्ती डूबों दी है बातों के फेर में ।।
-) हमसे बातें अदब से की जाएं तो अच्छा हैं,
हमारे आपे में रहा जाएं तो अच्छा हैं,
हम जो ख़ुद से बाहर आए तो जाने कितनों को नज़र से उतार देंगे ।।
-) फेर बदल बातों से करिए,
हम को कोई और मत समझिएं हम हम हैं,
जिससे बात करने में सौ बार सोचना ज़रूरी हैं ।।
-) नज़र भर कर नज़र में क़ैद कर लेंगे तुम्हें,
एक उम्र से तराशा है ताउम्र के लिए रख लेंगे तुम्हें ।।
-) बातों का दौर ख़त्म हो रहा ,
दिल का रिश्ता कमज़ोर हो रहा ,
अब बातों में बैठें या रिश्ता ख़त्म करें,
सब झंझटों से अलविदा करें ।।
"हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत 'हिंदी बेहतरीन शायरी' का संग्रह आपके दिल की गहराइयों को छूने वाला है, जो हर भावना को शब्दों में पिरोकर आपके एहसासों को जीवंत करता है।”
~~ आशुतोष दांगी
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