Hindi best shayari -: "हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत की गई हिंदी बेस्ट शायरी, शब्दों के माध्यम से दिल की गहराईयों को छूने वाली है, जो हर भावना को सुंदरता से व्यक्त करती है।”
-) तेरी चौखट पे आके हम अपनी जान जुदा कर देंगे ,
तेरी यादों का सफ़र तेरे दर पे ख़त्म कर देंगे ।
और तो तू हासिल होगा नहीं ,
हम मरकर तेरे ख्यालों से आज़ाद हो लेंगे ।।
-) वक्त हिसाब बे हिसाब लेगा ,
जो आज की कद्र नहीं कर रहें हैं ।।
उनके मायने ख़त्म करेगा ,
उम्मीद का दामन यूं थमेगा ,
मौत को तरसोगे और जीना होगा ।।
-) महल अटारी छोड़ आएं हम ,
गरीबों की बस्ती में घर कर आएं हम ।।
धोखा सरेआम किया हैं जिन ने,
क़त्ल कि तैयारी उनकी कर आएं हैं हम ।।
-) युद्ध की तैयारी किया कीजिएं ,
सब बातें अमन चैन की नहीं होती हैं ।।
ना जाने मुसीबतें कहां से आ जाती हैं,
दुश्मनों की ख़बर कानों कान नहीं होती हैं।।
-) मर्माहत हो ही गएं हम,
जब दिल पे गुजरी ।।
किसी अपने कि तौहीन,
भरी महफिल में कर आएं लोग ।।
-) हम उसके नाम से बदनाम हो गएं,
तो अब उसका नाम छुपा कर क्या करें ।।
हमारा नाम लेकर हमको अब बुलाता कौन हैं ,
अब उसी के नाम को हमारा समझते हैं,
हम क्या करें ।।
-) कुछ तो ज़ेहन में मेरे गद्दारी नहीं,
वरना मौके तमाम हैं,
बनी हुईं मंज़िल को ढहाने के ।।
-) ये गुनहगार होकर भी ,
बेख़ौफ घूमते हैं ।।
हम गुनाह से परेह होकर भी ,
डर के साँयें में रहते हैं ।।
-) कुछ आपस में बट गएं लोग ,
कुछ को आचरण ने अलग कर दिया ।।
वरना कौम तो एक थीं ,
अब इन पक्षकारों ने अब आपस में बांट दिया ।।
-) हम रास्तें बदल आएं ,
जबसे तूने दरवाज़ा बंद कर लिया ।।
हमनें उस गांव को ही भुला दिया ,
जबसे तूने हमे बागी करार दिया ।।
-) तुम मंज़िल थे हमारी कभी ,
अब चाहत भी नहीं ।।
कुछ तो रहमो करम भी नहीं,
कुछ चाहतें अब हमें पसंद नहीं ।।
-) अपने पद का गलत इस्तेमाल कर लेते हैं लोग ,
हम सच सुन लेते हैं वे झूठ को सच कह देते हैं।।
-) तुझसे जुदा आशुतोष नहीं,
सब कुछ तो तुझसे बड़के खुदा नहीं ।।
इश्क़ हमारा तू हैं सनम ,
तुझसे प्यारा कोई नहीं ।।
-) अब दामन थाम लें हमारा ,
तेरे अलावा हमें कोई मंज़ूर नहीं ।।
किसी से मोहब्बत नहीं
किसी और का विश्वास नहीं ।।
-) तू जान से ज्यादा प्यारा हैं हमें,
मौत से पहले ज़िंदगी हैं तू हमें ।।
लोग ख़ुदा को याद करते हैं,
हमारा मांझी ख़ुदा तू हैं तेरे अलावा दूजा कोई नहीं ।।
~~~आशुतोष दांगी~~~
"दिल की गहराईयों में बसी है एक अनकही सी बात, जिसे शब्दों में ढालने की कोशिश में शायरी बन जाती है रात।”
-) सुबह की ताज़गी का पैगाम है चाय,
हर दर्द की मीठी आराम है चाय।
-) बातों की मिठास और यादों की रज़ा,
दोस्ती की पहचान है एक प्याली चाय।
-) कड़क हो या फीकी, बस पास तू हो,
वरना क्या मज़ा है अकेली चाय में भी।
-) थकान को जो छू के उड़ाए,
वो जादू है इस प्याली में — चाय।
-) सर्द हवा और गर्म एहसास,
कप में हो चाय, बस हो जाए बात खास।
-) शाम ढले तन्हाई में,
तेरी यादों सी लगती है ये चाय।
-) कभी तन्हाई की साथी, कभी महफिल की जान,
हर मूड में चल जाती है चाय की दास्तान।
-) ना मिले वक्त तो कोई बात नहीं,
बस मिलती रहे ताज़ा चाय कहीं।
-) ज़िंदगी भी चाय जैसी है जनाब,
उबालो तो सुधर जाती है।
-) इश्क़ भी कुछ चाय सा ही है,
धीरे-धीरे चढ़ता है असर उसका।
-) किताबों में जो सुकून है,
वो ही सुकून चाय की चुस्की में है।
-) तेरे साथ हर सुबह कुछ खास लगती है,
चाय जैसी ताज़ा और मीठी बात लगती है।
-) न बातों की ज़रूरत, न वजह चाहिए,
बस तन्हाई में एक प्याली चाय चाहिए।
-) बिन कहे जो सुकून दे जाए,
वो दोस्त नहीं, एक कप चाय हो।
-) कभी मौसम से, कभी दिल से,
हर बात जुड़ी है चाय से।
"हमारी वेबसाइट पर आपको मिलेगी सबसे बेहतरीन और दिल को छू लेने वाली हिंदी बेस्ट शायरी, जो आपके जज़्बातों को शब्दों में बयां करने का एक नया तरीका देगी।”
-) ख्वाबों की दुनिया से हकीकत की राह,
हर सुबह चाय से ही तो होती है शुरुआत।
-) तेरे हाथों की चाय, और वो मुस्कान,
दोनों ही बना देते हैं दिन मेरी जान।
-) शब्द कम हों, भाव गहरे,
चाय हो सामने तो क्या फिकरें।
-) ना शराब चाहिए, ना किसी की पनाह,
बस सर्द शाम में हो तेरी दी हुई चाय की चाह।
-) दोस्ती को जो जोड़ दे बिन कहे,
वो रसायन है चाय का प्याला।
-) हर किस्सा चाय से शुरू होता है,
और हर रिश्ता चाय पे मजबूत।
-) ना कॉफी, ना कोल्डड्रिंक की बात है,
दिल की सबसे करीब चाय की सौगात है।
-) तुम चाय हो या जादू कोई,
हर घूंट में नशा छोड़ जाती हो।
-) एक कप चाय और तू साथ हो,
तो क्या सर्दी, क्या बरसात हो।
-) बिखरे ख़्यालों को जो सहेज ले,
वो गर्म प्याली में चाय ही तो है।
"हिंदी शायरी की दुनिया में, जहाँ हर अल्फ़ाज़ दिल की गहराईयों को छूता है, वहाँ 'हिंदी बेस्ट शायरी' एक अनमोल खजाना है जो आपके जज़्बातों को खूबसूरती से व्यक्त करता है।
~~~आराध्यापरी~~~
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