-) नए दौर रंग में ढलने में वक्त लगता हैं,
ख़ुद को ख़ुद से जुड़ा होने में वक्त लगता हैं।।
हम भूल रहें है रफ्ता रफ्ता अपने पुराने अंदाज को ,
नए दौर के चलन में सबकुछ नया सा लगता हैं।।
-) ये भी क्या किसी से कम हैं,
हम बिछड़ कर भी एक साथ हैं।।
लोग बिछड़े हुए जाने क्या क्या कहते हैं,
बेवफ़ा, नागिन और ना जाने क्या कहते हैं ।।
हम अब भी अदब से रहते हैं,
एक दूसरे को दिल कहते हैं,
ये भी क्या किसी से कम हैं।।
-) तुम फ़िरसे आना पहली बारिश कि तरह ,
पतझड़ में सावन कि तरह ,
रेगिस्तान में पानी की तरह ,
मेरे दिल के सुने पन में ,
शोर करते हुएं सरगम कि तरह ।।
-) तुम खिलखिलाती धूप सी हो कोहरे में,
तुम रौशन नूर सा हो अंधेरे में ,
तुम साख के पत्तो सी हो सूखे में ,
तुम वसंत हो गर्मी की तपन में ,
तुम मुझ में विलीन हो ,
मेरे पास कुछ भी ना होने में।।
-) कभी किसी के वादे से ना मुकरना ,
जो करलो वादा फिर उसे हमेशा पूरा करना ।।
एक वादे पे कोई उम्र सारी गुज़ार देता हैं,
फ़िर भी तू निभा ना सके कभी ,
वो इसी को सच मान लेता हैं
सांस त्याग देता हैं, ख़ुद को मार लेता हैं।।
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-) किसी रोज़ जानने कि कोशिश करना हमें ,
हम वो तो नहीं जो पेश आते हैं तेरे सामने ।।
वो मासूम चेहरा , वो गुस्से को काबू करना
ये जो पेश आ रहा हैं, मैं नहीं मेरे जैसा हैं कोई तेरे सामने ।।
-) याद बनकर चले आओं, कब तक विरह में हम रहें,
इजाज़त दो अगर तो तेरे सामने हाज़िर हम रहें ।।
कभी कुछ तो मेरी बातों का भी ख़्याल कर ,
कब तक यूं ही अपनी मर्ज़ी का मालिक बनता रहेगा,
कब तक तेरी दीद कि मुरीद में ये दिल तन्हा रहें ,
कब तलक जान जिस्म से बंधी रहे।।
-) एक दिन क़ैद दीवारें फांद आएंगे हम भी,
तेरी मर्ज़ी को छोड़ आएंगे हम भी ।।
तुझे उम्र का तकाज़ा नहीं ,
इसको छोड़ जाएंगे हम भी ।।
-) उन्हें रूठने का हुनर सिखाया गया
हमें हुनर ही नहीं ऐसा कुछ ।।
उन्हें अदब से पेश आना सिखाया ,
जबकि हमें अदब से आजमाया गया ।।
-) अंदाज ए करम यूं भी ना कर ,
हमें ज़माने से जुदा ना कर ।।
तू मिल और तामिल कर ,
मेरे होने को यूं हु जाया ना कर ।।
"जिन्हें अल्फ़ाज़ों में दर्द छुपाना पसंद है, उनके लिए हमारी वेबसाइट पर 'sad shayari in hindi' का अनमोल खज़ाना दिल के जज़्बातों को बयां करने का खास जरिया है।"
-) कमबख्त इश्क़ ने हमको भी ठिकाने लगा ही दिया,
हम जो सोचते थे कि हमसे आगे कुछ नहीं ,
इसने हमको रास्ता दिखा ही दिया ।।
-) क्या करे कुछ तो ज़िक्र कर ,
बदनामियों के सबब को अब तो हवा कर ।।
सोचते हैं इस शहर को छोड़ जाएं ,
मुझपे पे करम कर , पनाह को खत्म कर
हमें इस शहर से जुदा कर ।।
-) हम ये शहर भी छोड़ देना चाहते हैं,
किसी और की पनाह पा लेना चाहते हैं।।
भरोसा था इसकदर हमको,
तु ख़ुदा था मैं केवल इंसान था
अब उस हक़ से बहुत कुछ मांगना चाहते है,
हम अपने हिस्से से हक़ अदा चाहते हैं।।
-) तुम जो पत्थर बने रहें ,
तो हम में भी कहां मोम से बचेंगे ।।
जज़्बात बहते रहेंगे यूं ही पानी के मोल ,
फ़िर कहां इनमें वो पुराने नुक़्स बेचेंगे।।
-) हम को सोच क्या हैं हम,
अंधेरे का चिराग़ हैं हम ,
ज़माने से जुदा हैं हम
तेरे दिल के मरीज हैं हम ,
सबकुछ तू हैं और तेरे बस मुरीद हैं हम ।।
"अगर दिल के जज़्बात बयां करना हो और ग़म को अल्फ़ाज़ देना हो, तो हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध 'sad shayari in hindi' आपकी उदासी को सुकूनभरे अंदाज़ में व्यक्त करने में मदद करेगी।"
-) तेरी यादों का सफ़र जारी हैं,
हक़ीक़त से हम दोनों ही वाक़िफ नहीं ।।
लोग जाने मीलों का सफ़र तय कर लेते हैं एक मुलाक़ात को ,
हम क़रीब होकर भीं मिल नहीं पाएं ।।
-) एक वादा ऐसा भीं कर जाना ,
हम उस वादें पर अपनी उम्र संजो कर रख लेंगें ।।
ना आने की ज़िद माना अभी हैं तुम्हारी,
उस बात को हम फ़िर समझ लेंगे ।।
-) मौत बिछड़ने का सवाल पूछने आईं हैं,
साथ में मुझे ले जाने का सवाल लाई हैं ।।
मैं यूं तो रुक भीं नहीं सकता,
तुम जो हुक्म करों तो मैं इसे कुछ पल के लिएं रोक लेता हूं,
बाक़ी फ़िर जीवन डोर समाप्त कर लेता हूं ।।
-) कुछ बदलनें लगा हैं,
आसमानी नीला रंग लाल होनें लगा हैं ।।
किसी ने छेड़ दी बग़ावत कहीं ,
या मेरे शहर का हाल बुरा होनें लगा हैं ।।
-) मन की व्यथाओं को जानता भीं कौन हैं,
ये हम से दूर हैं हम इस से दूर हैं ।।
ये चाहता कुछ हैं और हो जाता कुछ हैं ,
ये आजाद होना चाहता हैं,
मैं इसे समेट लेना चाहता हूं ।।
-) एक उम्र गुज़र रहीं हैं,
तेरे बग़ैर ज़िंदगी कर रहीं हैं ।।
कहीं ऐसा ना हो के उम्र गुज़र ही जाएं ,
हम बस एक जगह ठहर जाएं ,
फ़िर तुम बुलाओ और कोई कहने लगे बहुत देर हो गई ,
कहानी तुम्हारी इस से ज़्यादा नहीं ।।
-) माना कि वो देर से हर काम करता हैं,
मग़र उससे कहना आशुतोष इस बार देर ना करना ।।
जो उसने देर की तो ये लोग ,
मुझे मेरे मुकाम तक पहुंचा देंगे ,
एक ऐसे सफ़र में जाने देंगे जहां से आना मुमकिन नहीं ।।
-) अंत भी देख लिया हमनें अपना ,
जाने कितनों के दिलों में राज़ करतें थें ।।
मौत ने दस्तक जब दी तो अकेले थें,
बाक़ी साथी चाहकर भीं कुछ नहीं कर सकतें थें ।।
-) ज़िंदगी को इतना हसीन समझतें थें हम,
ये भी एक फ़रेब हीं था ।।
जब मौत को गले लगाया हमनें,
तो जाना इस से बेहतर कुछ नहीं ।।
-) ऐ मौत तुझमें जाने कौनसी बात हैं,
जिसने भीं तेरा दामन थामा
उसने फ़िर कभी किसी और का रुख नहीं किया ।।
-) अगर वे मिल जाएं कहीं राह में ,
तो उनसे ये सवाल भीं जरूर करना ।।
आख़िर ख़ता क्या थीं आशुतोष की ,
जो बस तुम्हें चाहता था और तुम उसे कांटो के सफ़र में नंगे पैर छोड़ आएं ।।
-) मन की बातों को ना जानियें,
मन भ्रम फ़ैलाने के सिवा कुछ नहीं करता हैं ।।
ये कहीं दूर की बातों को पास ,
और कभी ना हो सकने वालें कामों की सोच करता हैं।।
-) माना कि पर्वत सा गुमान उनको,
समंदर सा सैलाब उनको ।।
लेकिन वक़्त की मार को समझिएं,
इसने जाने कितने सूरमाओं को धूमिल किया हैं ।।
-) दिल अगर कहीं लगने लग जाएं ,
किसी की राह ताकने लग जाएं ।।
कोई रंगीन ख़्वाबों में आने लग जाएं,
तो क्या कीजिएं पहले उनसे इज़हार ए इश्क़ बयां कीजियें,
फ़िर एक नईं डगर को थाम लिजिएं ।।
-) जिस्म से मोहब्बत ना कर ,
घर रंग रूप से नहीं चलता ।।
ये बातें अगर समझ ना आएँ,
तो जान ये किसी तबायफ़ का घर नहीं बसता ।।
"Motivational Shayari in Hindi सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास से भरे शब्दों का ऐसा संग्रह है, जो ज़िंदगी के हर मोड़ पर हौसला बढ़ाने और सपनों को साकार करने की प्रेरणा देता है।"
-) उस ज़माने की बात भीं ना कर ,
हम भीं शहंशाह हैं उस पुराने दौर के ।।
-) हमारी भीं सारी उम्र बादशाहत में गुजरी ,
अब ख़ुद को ज़माने के रंग में सहेज रहें हैं,
सल्तनत लूटने के बाद बादशाह कहां बादशाह रहता हैं ।।
-) सियासी खेल खेल रहें हैं वे ,
जिनके दूध के दांतों का टूटना अभी बाकी हैं ।।
हमारे सामने आओ तो सिर झुका कर आओ ,
हम ने इस खेल में बाल सफ़ेद किए हैं ।।
-) माना कि बाजुओं में अब वो ताकत नहीं ,
जिस ताकत पे इतराता फिरता था वो ।।
अपने दौर का सबसे आला इंसान था वो ,
जो अब दर दर की ठोकर खा रहा हैं।।
-) माना कि ये पैग़ाम ऊपर वालें का हैं,
हमारी तबाही का मंज़र यहीं लिखा गया हैं।।
मग़र ये ज़रूरी नहीं ,
सियासतें लूटी तो राजा राजा नहीं ।।
Motivational Shayari in Hindi उन शब्दों की ताक़त है, जो ज़िंदगी की हर मुश्किल घड़ी में उम्मीद की किरण बनकर आपके हौसलों को नया उड़ान देती है। ये शायरी न सिर्फ़ आपको आत्मविश्वास से भरती है, बल्कि आपके सपनों को साकार करने की प्रेरणा भी जगाती है। जब मन थक जाए और राहें धुंधली लगें, तब यही प्रेरणादायक शायरी आपकी सोच को सकारात्मक दिशा में मोड़ने का काम करती है।
~~ आशुतोष दांगी
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