Hindi best shayari -: हिंदी शायरी एक ऐसी अभिव्यक्ति है जो दिल की गहराइयों से निकलकर शब्दों के माध्यम से भावनाओं को जीवंत करती है। हमारी वेबसाइट पर आपको बेहतरीन हिंदी शायरी का संग्रह मिलेगा, जिसमें प्रेम, दर्द, प्रेरणा और जीवन के विभिन्न पहलुओं को सुंदरता से प्रस्तुत किया गया है। यह शायरी न केवल आपके दिल की बात कहने में मदद करेगी, बल्कि आपके विचारों को भी एक नया आयाम देगी। चाहे आप किसी से अपने जज़्बात साझा करना चाहते हों या खुद को समझने की कोशिश कर रहे हों, हमारी शायरी आपके हर एहसास को शब्दों में ढालने में सक्षम है। हमारा उद्देश्य है कि आप अपनी भावनाओं को सटीक और प्रभावशाली तरीके से व्यक्त कर सकें, ताकि आपके शब्दों में वही असर हो जो दिल में छुपे जज़्बातों में है।
-) हम साख के पत्ते जब तक थें ,
हरे भरें रहें परिंदों का आशियाना बने रहें ।।
जो साख से टूटे तो ,
परिंदों ने सबसे पहले नकार दिया हमको ।।
-) कभी जिस डग़र पर घर था मेरा ,
लोगों का मजमा लगा रहता था ।।
ज़रा सी हमनें नसीहत क्या बदली ,
लोगों ने अपना रास्ता बदल लिया ।।
-) कभी किसी डाल पर खिलने वाले
अब लगता हैं डाल से बिछड़ने वाले ।।
कब तक दौर रहेगा इनका भी ,
कभी तो बन जाएंगे ये मुरझाने वाले ।।
-) हम अपने ही घर से बेघर हो गएं,
लोग बातें तमाम करते रह गएं ।।
हम अपने ही आशियाने को अलविदा कह गएं,
हम अपनी वसीयत को ना जाने ,
किसी और की कह गएं ।।
-) पक्षियों को बस उनके मतलब की चीजें मिलें ,
वे बस उसमें ख़ुश रहते हैं।।
खुलें आसमान की उड़ान भी,
उन्हें क़ैद लगती हैं,
दाना पानी ना हो तो ज़िंदगी,
उन्हें मौत से बद्तर लगती हैं ।।
-) मेरे पंखों की उड़ान ,
बाद इतनी थी ।।
एक छत से दूसरी छत तक ,
कभी आसमान नापने की मैंने ठानी नहीं।।
जो था उसमें मैं ख़ुश था,
अपनी मर्यादा से आगे में गया ही नहीं ।।
-) खुला आसमान नीला समन्दर ,
नापने की होड़ किसको हैं ।।
जिन्होंने इनसे उलझने का मन बनाया ,
उन्हें मौत से पहले मौत नसीब हैं।।
-) परिंदों को उड़ान मिल गईं,
वे इसमें ख़ुद को सबकुछ समझते हैं।।
हम आसमान पे राज़ करके भीं ,
बस अपने आप को नादान समझते हैं ।।
-) हम अपने आप को समझाते रहें,
वे अपनी हद से आगे बढ़ गएं ।।
मैं ख़ुद से नाराज़ रहा,
वे अपने में मस्त रहें ,
मैंने जाना कि उनकी सारी बातें उनके हक़ की हैं,
बस हम ख़ुद की किस्मत को,
कोसतें रह गएं ।।
-) उसे मंजूर नहीं मेरा मेरा सा होना,
उसे उसके अंदाज़ को मेरे अंदाज़ में ढाला जाएं ।।
मुझे जी हुजूरी करने की आदत नहीं ,
उसे मंजूर की मुझे जी हुजूरी से रखा जाएं ।।
-) वो परियों सी हसीन,
कलियों सी खिलती हैं।।
झरनों सी गिरती हैं,
नदियों सी बहती हैं।।
समंदर सी शांत रहती हैं,
वो गहराइयों से विचार करती हैं।।
-) मेरे अंदर समंदर समाया हुआ हैं,
ज्वालामुखी सा फटने को आतुर हूं मैं ।।
ख़ुद को जाने कैसे रोक रखा हैं,
ज़माने को मिटाने को आतुर हूं मैं ।।
-) ख़ुद को आसमान की ऊंचाई तक पहुंचाने में,
जाने कितने आसमान पाने होते हैं ।।
हम जी भरके उड़ने में ,
बस बादलों को चीर पाते हैं ।।
-) किसी का दिल बनो,
तो आख़िरी सांस तक धड़कना ।।
राहें मंज़िल में ,
मुसाफ़िर नहीं छोड़े जाते ।।
-) नूर हम में भी कम नहीं ,
बरसात में बिजलियों की चमक भी कम नहीं ।।
कुछ तो वक्त बुरा हैं,
वरना हम भी हर किसी के बस की बात नहीं ।।
यदि आप दिल को छूने वाली, भावनाओं से भरपूर और बेहतरीन हिंदी शायरी की तलाश में हैं, तो आप सही जगह पर हैं। हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत की गई शायरी न केवल शब्दों का खेल है, बल्कि यह आपके दिल की गहराईयों से जुड़ी भावनाओं का सजीव चित्रण है। चाहे वह मोहब्बत की मीठी बातें हों, दोस्ती के रंगीन पल, जीवन के संघर्षों की कहानी, या दिल टूटने का दर्द – हमारी शायरी में हर एहसास को खूबसूरती से पिरोया गया है। हम आपको प्रस्तुत करते हैं हिंदी की बेहतरीन शायरी का एक ऐसा संग्रह, जो न केवल आपके दिल को छू जाएगा, बल्कि आपकी भावनाओं को भी शब्दों में ढालने में मदद करेगा।
~~आशुतोष दांगी
-) मंजिल दूर है, पर हौसले की रौशनी साथ है,
हर ठोकर कहती है, तू अब भी ज़िंदा जज़्बात है।
-) रास्ते थकाते हैं, पर रुकने नहीं देते,
मंज़िलें दूर सही, पर खुद को खोने नहीं देते।
-) हर मोड़ पर अंधेरा है, फिर भी चलते जाते हैं,
मंज़िल की उम्मीद में, दर्द भी मुस्कराते हैं।
-) कदम लड़खड़ाए हैं, पर रुके नहीं हैं,
मंज़िल दूर है, पर हम झुके नहीं हैं।
-) सपनों की राख से ही उड़ान मिलती है,
मंज़िल दूर हो तो क्या, पहचान मिलती है।
-) रास्ते थमे हैं, दिल थमा नहीं,
मंज़िल दूर सही, जज़्बा कम नहीं।
-) पसीने की बूंदों में जो सुकून है,
वो मंज़िल के बाद भी कहाँ नसीब है।
-) हर सुबह कहती है, चल उठ फिर से,
मंज़िल दूर है, पर तू हार मत मान।
-) बेखौफ चल पड़ा हूँ मैं धूप में,
क्योंकि मंज़िल ने छाँव से बुलाया है।
-) जो हारे नहीं, वही मंज़िल पाते हैं,
राहों से दोस्ती कर, तू खुद को आज़माते हैं।
-) एक सपना देखा है, जो नींद से बड़ा है,
मंज़िल दूर है, पर हौसला खड़ा है।
-) हवाओं से लड़कर, चलना सीखा है,
मंज़िल नहीं मिली तो क्या, खुद को देखा है।
-) हर पत्थर से रास्ता बना लिया,
मंज़िल दूर थी, पर सफ़र सजा लिया।
-) बढ़ते रहे, गिरते रहे, पर थके नहीं,
मंज़िल दूर थी, पर अपने थे हम कहीं।
-) उम्मीद की लौ जब तक जलती है,
मंज़िल की दूरी भी चलती है।
"दिल की गहराईयों से निकली हर शेर, शब्दों में बसी है मोहब्बत की महक – यही है हमारी बेहतरीन हिंदी शायरी की पहचान।”
-) आँधियाँ भी हौसले से हार गईं,
मंज़िल दूर थी, पर हम डटे रहे।
-) जब मन में मंज़िल बस जाए,
तो हर राह आसान लगने लगती है।
-) थकान से कह दिया है, अभी नहीं,
मंज़िल से पहले रुकना मना है।
-).तू चला तो सही, रास्ता खुद बनेगा,
मंज़िल दूर है, पर यक़ीन तेरे संग चलेगा।
-) बड़ी दूर है, ये कहकर ना थम जाना,
हर पड़ाव पे खुद को आज़माना।
-) कुछ लोग डर से रुक जाते हैं,
हम मंज़िल की ज़िद से चल पड़ते हैं।
-) हर रात से कहता हूँ, सवेरा ज़रूर होगा,
मंज़िल दूर है, पर सफर प्यारा होगा।
-) तू रुक मत, ये राहें देख रही हैं,
तेरे कदमों की आवाज़ से मंज़िल जी रही है।
-) सिर्फ पहुंचना नहीं, सीखना भी है,
मंज़िल से पहले, खुद को भी पाना है।
-) कभी थमा नहीं, कभी झुका नहीं,
मंज़िल दूर थी, पर जज़्बा रुका नहीं।
यदि आप दिल को छूने वाली, भावनाओं से भरपूर और बेहतरीन हिंदी शायरी की तलाश में हैं, तो आप सही जगह पर हैं। हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत की गई शायरी न केवल शब्दों का खेल है, बल्कि यह आपके दिल की गहराईयों से जुड़ी भावनाओं का सजीव चित्रण है। चाहे वह मोहब्बत की मीठी बातें हों, दोस्ती के रंगीन पल, जीवन के संघर्षों की कहानी, या दिल टूटने का दर्द – हमारी शायरी में हर एहसास को खूबसूरती से पिरोया गया है। हम आपको प्रस्तुत करते हैं हिंदी की बेहतरीन शायरी का एक ऐसा संग्रह, जो न केवल आपके दिल को छू जाएगा, बल्कि आपकी भावनाओं को भी शब्दों में ढालने में मदद करेगा।
~~~आराध्यापरी~~~
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