Hindi best shayari -: अगर आप दिल को छूने वाली हिंदी शायरी की तलाश में हैं, तो यहां आपको मिलेंगी बेहतरीन शेर और ग़ज़लें जो आपकी भावनाओं को शब्दों में पिरो देंगी।”
-) सुना हैं आजकल लोग शक्ल का ख़्याल रखने लगे हैं,
हम अपनी अक्ल का ख़्याल करने लगे हैं,
वे चेहरों को पढ़ने लगे हैं,
हम शब्दों को समझने लगे हैं।।
-) मेरे जैसे किसी से दिल लगा आएं हो तुम ,
शायद अजनबी से जान का सौदा कर आएं हो तुम ।।
मुझे ख़ैर याद नहीं कुछ भी ,
जाने किन हालातों में मिल आएं हो तुम ,
वक़्त की मानो तो बस वक़्त को बर्बाद कर आएं हो तुम ।।
-) हम ख़ुदको समझ लें ,
ये भी क्या कम हैं ।।
दुश्मनी ना करें ,
बस दिल लगा लें
अपनी जान को ख़ुद ही मिटा ले हम ।।
-) तुझसे बात ना हो तो ,
दिल लगता भी तो नहीं ,
फूलों के मौसम में ,
बहार भी तो नहीं ।।
सावन लगे है ये मौसम सबको,
मगर रेगिस्तान हरा भरा भी तो नहीं ।।
-) उसने अना को सबसे ऊपर रखा ,
मैंने उसे सबकुछ माना ।।
उसने मुझे किनारा किया ,
मैंने कस्ती उसके नाम की चलाईं ।।
उसे कुछ मेरा सा नहीं मंज़ूर,
मैंने उसके जैसे को ही सबकुछ जाना ।।
-) तेरा रूठना मुझे समझ नहीं आता ,
मैं उम्मीद से नहीं तुझसे हूं ।।
तू जो रुठें तो ज़माना पराया सा लगे ,
मेरी दुनिया तू हैं ,
जमाना अक्लमंदों का हैं और नासमझ हूं मैं।।
-) हमसे ना नज़रे चुरा ,
हर नज़र में हम ही नज़र आते हैं।।
छुपने छुपाने के दौर गएं,
हम सरेआम पेश आते हैं।।
-) माना कि तेरे काबिल नहीं हूं मैं,
तेरी काबिल फिर ख़ुदा हैं ।।
इंसानों के बस की बात भी तू ,
आसमानों का नूर है तू ,
तुझे सब अपना करना चाहते हैं,
मेरे हक़ का आख़िरी निवाला हैं।।
-) आज से आज के पहले सा कुछ ना होगा ,
होगा जो आसमान नीला ,
मगर वह भीं धुंधला होगा ।।
सूरज निकलेगा आसमान में ,
मगर उसमें रौनक ना होगी ।।
तारे टिमटिमाएंगे ख़ूब,
मगर चंद्रमा की चांदनी में शीतलता ना होगी ।।
पत्ते होंगे साख पर ,
पक्षीयों की चहचहाट ना होगी ।।
-) एक घर छोड़ रहें परिंदे ,
आसमान में उड़ान भरके ।।
ज़मीन से वास्ता ना रखकर ,
खुलें आसमान की सैर में ।।
जिन्हें ज़मीन नसीब ना हुईं,
उन्हें कुछ ना मिला दरबदर के सिवा ।।
मिट गएं वे सभी जिन्होंने,
निग़ाह कर ली आसमान की तरफ ।।
-) कच्ची उम्र में दिल लगा ,
तो दिल फिर ना लगा कहीं ।।
नासमझी में उसे सबकुछ मान लिया ,
फ़िर ना माना ख़ुदा को कहीं ।।
-) अधूरी बातें कर रहें हैं वें,
जो हमारी पनाह में पनप रहें हैं।।
जिनको अभी पंखों की खबर ना थीं,
वे आसमान से मुकाबला कर रहें हैं ।।
-) कुछ ज़ख्म फ़िर भरे ही ना गएं,
हम उनकी मुलाक़ात के सपने में रह गएं ।।
वे वादा पक्का कर गएं थे कभी ,
हम उस वादें की हक़ीक़त में रह गएं ।।
-) छोड़ पैग़ाम ए वफ़ा ,
अब ख़ुद ही हक़ीक़त बन आना ।।
मैं इंतज़ार में थक बैठा हूं ,
तू इंतज़ार को खत्म कर आना ।।
-) कुछ बचा ही नहीं ,
सब वीरान हैं ।।
ये फ़रेब ए मोहब्बत ,
ये दिल्लगी की गलियां,
सब वीरान हैं।।
मेरा दिल डर रहा हैं,
वो ख़फ़ा हैं मुझसे,
उससे बात करनें को जी कर रहा हैं,
कोई हो अगर फ़ैसला मेरे हक़ में कर सकें,
तो जाएं वहां मेरा पैग़ाम सुनाएं,
तेरे लिए दीवाना तेरा मर रहा हैं ।।
-) हम पूरी तरह से उसके भीं ना हो सकें,
जिसके हमें दिल ओ जान से हो जाना चाहिएं था ।।
-) फ़ैसला कब का कर चुका हूं मैं,
की सारा हीं तेरा हूं मैं,
फ़िर रूठना मनाना क्यों हैं,
मुझसे चुप चुप तो क्यों हैं,
मेरे दिल की धड़कन हैं तू ,
फ़िर भीं यूं खामोश क्यों है तू ।।
-) प्यार का अंज़ाम मौत से कम नहीं ,
वो बात ना करें तो भीं जान हमारी जाती हैं,
वो ख़ामोश हो तो हमारी सांसे रुक जाती हैं ।।
-) दिल लगाने की सज़ा हम जानते हैं,
बग़ैर गुनाहों के कबूलनामा लिखना पड़ता है ।।
-) टूटे दिल की कहानी हमसे ना पूछ आशुतोष,
जो हुआ हमारे हक़ में ना था,
दौर ख़राब था हमारा वरना अश्रुओं के साथी हम तो ना होतें ।।
-) अपनी महफ़िल से बहाल कर दिया गया हमें,
वरना हम भीं कभीं शान थें उसकी ।।
-) जिस्मों की नुमाइश करना इश्क़ नहीं मेरा,
वो बातों से भीं बेहद ख़ूबसूरत हैं ।।
-) हर एक निग़ाह से बचा लेना चाहतें हैं तुमको,
हम अपनी जान की बाज़ी लगा देंगें तेरी जान पर बात आने से पहले ।।
-) सच ये भीं हैं कि हम सबकुछ नहीं जानते हैं,
पर जो जानतें हैं उसको बख़ूबी जानते हैं,
-) मैं उसे ख़ुद से पहले रख रहा हूं ,
हर एक वादें पर अम्ल कर रहा हूं,
लोग तू भूल जातें हैं हर छोटी सी बात को,
मैं छोटी छोटी बातों का ध्यान कर रहा हूं ।।
-) फ़ूल बहार कितने ख़ूबसूरत हैं,
मन मंदिर में यार की तस्वीर ख़ूबसूरत हैं,
ज़माने के रँग ख़राब हैं यार की बातें ख़ूबसूरत हैं।।
-) वो भूल जाने की बातें कर रहा हैं ,
मुझे कमज़ोर कर रहा हैं,
माना मैं रह नहीं सकता उसके बग़ैर,
वो दर्द की हदें लांघ रहा हैं ।।
-) खोयीं उम्मीद हैं कोई तो साथी कहीं होगा ज़माने में ,
बेसहारा हम हैं ख़ुदा तो सहारा होगा ज़माने की भीड़ में ।।
-) कहानी के किरदार क्या बदलें लोगों के अंदाज़ बदल गएं,
हम पर जान क्षीड़कते थें कभीं ये ,
अब हमारी जान के दुश्मन बन गएं ।।
यहाँ आपको मिलेगी Hindi Best Shayari की अनमोल संग्रहशाला, जहाँ हर शेर दिल की गहराइयों से निकला है और आपकी भावनाओं को खूबसूरती से शब्दों में पिरोता है — बिल्कुल मौलिक और अद्वितीय अंदाज़ में।
-) अफ़वाह ये रहीं कि कोई आशिक़ जान दे गया ,
ख़बर थीं कि सनम की जुदाई में वो अपनी जान दे गया ।।
-) हर फ़ैसले की तामील हो ये तो मुमकिन नहीं,
लेकिन उन फैसलों की तामील हो जाएं जिनसे बागडोर बंधी हैं ज़िंदगी की काफ़ी हैं ।।
-) हम भूल गएं वो डगर जिस डगर का साथ उम्र भर के लिएं होना था ,
अब राहें मंज़िल नज़र नहीं आता कि हम जाएं कहां ।।
-) अपनी पसंद को नापसंद करनें लगें हम ,
ख़ुद से खफ़ा होने लगें हम,
अब क्या कहें किसी और की कहानी,
हम जिस कहानी के राजकुमार थें,
उस कहानी को ख़त्म करनें लगें हम ।।
-) नींद से दोस्ती ना रहीं ,
रातों को बस चाँद दिखता हैं,
ज़िंदगी की भागदौड़ में,
एक मेरे जैसा शख़्स रोज़ मर रहा हैं ।।
-) वक़्त ने कितनों के अरमान बिखेर दियें,
एक आस थीं मिल जाने की ,
अब मुमकिन नहीं हैं ख्वाबों में ।।
-) बातों के प्रपंच यूं ना करियें,
इश्क़ हैं तो इज़हार करियें,
हमसे गुपचुप ना रहिएं,
हम जान हैं तो हमें जान कहिएं ।।
-) एक तलाश थीं हम जैसे कि उन्हें ,
वो अधूरी तलाश छोड़ आया,
हम जैसा ना मिला कोई भीं ।।
-) दर्द की दवा कर,
एक मुलाक़ात की साज़िश कर,
मेरे ज़ख्मों का इलाज़ तू हीं हैं बस,
आकर रंजो ग़म ख़त्म कर ।।
-) वो हिदायत देता रहा,
मेरी जान बचाने की ,
क़त्ल करनें वाला भीं वो ही था,
जान मेरी कैसे बचती उसकी हिदायतों ने मेरी जान ले लीं ।।
यहाँ आपको मिलेगी Hindi Best Shayari की अनमोल दुनिया, जहाँ हर शेर दिल से निकला है और सीधे आपकी रूह को छूता है — बिल्कुल अनोखा, मौलिक और भावनाओं से भरपूर।
~~आशुतोष दांगी
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