Hindi best shayari-: "हिंदी शायरी" एक ऐसी कला है जो शब्दों के माध्यम से दिल की गहराइयों को छूने का हुनर रखती है। हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत बेहतरीन हिंदी शायरी संग्रह आपके जज़्बातों को नए रंगों में ढालने के लिए तैयार है। चाहे वह प्यार की मीठी बातें हों, दर्द की गहरी अनुभूतियाँ, या जीवन की सच्चाइयाँ, यहाँ हर भावनाओं के लिए कुछ खास है। हमारी शायरी आपके दिल की आवाज़ को शब्दों में पिरोकर, उसे दुनिया तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम है।
-) इन बारिशो ने फिर किसके घर को घेरा हैं,
लगता है आज आशुतोष के घर का डेरा हैं ।।
-) रोये भी वो इस कदर जो के संभाले भी ना गए,
हाल पूछने आए थे मेरा ,
फिर खुद ही बेहाल हो गए ।
एक सांस मे कितना कुछ कह गए ,
के फिर वर्षो तक ना सुन सके,
इतने भी बेकार ना थे हाल उनके जितना केहर वो मचा गए ।।
-) देखा उसे तो लगा यूँ के जान -ए- बहार आई
रूठी हुई साँसों को फिर सांस आई ।
क्या खूब लगती उसकी आँखे ,
झुका ली उसने तो फिर बहार आई ।
होंठों कि लाली का क्या कहना ,
मेरा नाम सुनते ही बहारों कि याद आई।
उलझी जुल्फों को सुलझाया तो ,
फिर वो ही खुशबू याद आई ।
तुझे देखा महफ़िल मे ,
तो शायरों को गजल याद आई।
मर मिटे जाने जाना ,तेरी चाहत पे,
अब मेरे मरने की बात आई ।
-) मुस्कुराते हुए चेहरे का नूर ना पूछो,
कितने गम छुपाएं बैठा हूँ ।।
मर चुका हूँ पहले ही ,
ना जाने कैसे खुद को बचाए बैठा हूँ।।
-) आईने में तस्वीर ना देखा करो नजर लग जाएगी ।
सिर पर घूंघट उठा करो वरना यह दुनिया इस चेहरे की कायल हो जाएगी ।।
-) गुस्ताख नजरे उसकी क्या कमाल थी ,
दूसरो को देख ले तो मेरे दिल मे आग लगा देती ।।
और मुझे देख ले तो जन्नत से मिला देती।।
-) यूं अचानक वो सामने आ गए ,
वह मेरे दिल के बंजर जमीन पर फूल खिला गए ।।
ना जाने दो पल में क्या क्या सपने दिखाए गए ,
अब वो मेरे इश्क ,खुदा ,महबूब न जाने क्या क्या हो गए ।।
-) मेरी आंखों में आंसू है पानी नहीं जो हर छोटी सी,
बात पे निकल जाने को कहते हैं ।
और मेरे दिल में सिर्फ दर्दो गम है,
जो मुझसे अब सिमट जाने को कहते हैं ।।
-) यूं तेरा आना मेरी धड़कने बढ़ा देता है ।
यूं तेरा मुस्कुराना मेरी सांसे अटका देता है ।।
तेरा शर्मीली निगाहों से देखना मुझे तिलमिला देता है ।
यूं तेरा मुझसे दूर जाना मेरी जान निकाल देता है ।।
-) मेरे जनाजे मे उसको भी बुलाना यारों ,
ना जाने कब मुझ मे जान आ जाए ।
मैंने लाशों को देखा है ,
उठते हुए उसके दीदार होने से ।।
-) बिछड़ना जरुरी हैं मगर ,
फिर मिलेंगे हम इन्ही राहों मे ।।
तुम्हारी कसम तुम भूल जाना हमें ,
मगर हमेशा अपने आप को पाओगे हमारे हर ख्यालों में ।।
-) यूँ उनका मिलना अच्छा था,
फिर हमसे बिछड़ जाना ,
और भी अच्छा था ।
सहमे हुए से थे वो इस दिल में,
इस दिल से निकल जाना भी जरुरी था।
इतनी सी तकरार थी हम दोनों की ,
हमें उनसे ,उन्हें किसी और से चाह थी ।
ना वो इश्क़ का ईजहार कर सके , ना हम ,
हम दोनों का चुप रहना , शायद और भी अच्छा था।
और यूँ रुबरु आ गए वो बर्षो के बाद ,फिर से मिलना अच्छा था।
नम आँखे बहुत कुछ कह रही थी , फिर उनका घूँघट ढकना अच्छा था।।
-) कि तेरे गैर हरगिज अंदाज में तहजीब के रंग को मिला लिया जाए ।
वरना कही इसका मेरे हाथो कत्ल ना हो जाए।।
-) फूलों मे तू गुलाब जैसे ,पढ लू तुझे अखबार जैसे ।
और मैं उलझा सा हुँ, काश तू समझ लेता खुली किताब जैसे ।।
-) याद भी वो आए इस कदर ,
भुलाये से भूले ना गए ,
आँशुओ मे बह गए जज्बात ,
फिर किसी और के ना हो सके ,
अब मेरे जनाजे मे वो आए ,
जो बुलाए भी ना गए ,
उनकी आवाज़ आयी मुझे गहरी नींद में,
इस कदर जागे फिर कभी सुलाए नहीं गये ।।
~~~आशुतोष दांगी~~~
"हमारी वेबसाइट पर प्रस्तुत 'हिंदी बेस्ट शायरी' का संग्रह न केवल शब्दों का खेल है, बल्कि यह आपके दिल की गहराइयों से जुड़ी भावनाओं का सजीव चित्रण है, जो हर एहसास को सटीकता और सुंदरता के साथ व्यक्त करता है।”
1.
फूल सी तेरी आँखें, खुशबू से भरी,
देखूँ तो ख्वाबों की बारिश लगे हरी।
2.
तेरी आँखों में महका सा कोई राज़ है,
जैसे गुलाब में छुपा कोई साज़ है।
3.
फूल भी शर्मा जाए तेरी नज़र से,
इनमें बसी है कहानी हर सफ़र से।
4.
तेरे नयनों में बग़ीचे का सावन,
फूल भी तरसें तेरे रूप का दर्पण।
5.
जब तू देखे, कलियाँ मुस्काएँ,
तेरी नज़रों में जादू समाए।
6.
तेरी आँखें हैं ज्यों कोमल पंखुड़ियाँ,
नज़रों से बरसें मीठी फुहारियाँ।
7.
इन आँखों में बसी है रौशनी फूलों की,
हर शाम लगे जैसे हो धूप भूलों की।
8.
तेरी आँखों का रंग है बसंती,
फूल भी पूछें — ये नज़र इतनी सुगंधी?
9.
तेरे नयन हैं जैसे खिला गुलाब,
हर पल लगे मीठा सा ख्वाब।
10.
तेरी आँखों से निकले जब नूर,
फूलों से कह दूँ — अब तुम हो दूर।
11.
तेरी नज़रों का असर कुछ ऐसा चला,
फूलों ने भी रंगों का रास्ता बदला।
12.
तेरी आँखें जैसे महके चमन,
हर दिल में भर दें फूलों सा रँगन।
13.
तेरे नयनों में है कशिश ऐसी,
फूल भी झुक जाएँ शर्म से जैसी।
14.
इन आँखों में बसी है चुप सी सदा,
जैसे फूलों ने रच दी हो दास्तां जुदा।
15.
तेरी नज़र में है फूलों की नमी,
छू ले जो दिल, तो भर जाए कमी।
"हिंदी बेस्ट शायरी" के इस विशेष संग्रह में, हम आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं दिल को छूने वाले शेर और अशआर जो आपके जज़्बातों को खूबसूरती से शब्दों में ढालते हैं। हर शेर में एक नई दुनिया बसी है, जो आपके दिल की गहराइयों तक पहुँचती है। चाहे वह प्यार हो, दर्द हो, या प्रेरणा, हमारी शायरी आपके एहसासों को व्यक्त करने का बेहतरीन माध्यम है।
16.
तेरी आँखों की बातें हैं अनकही,
फूलों से भी ज़्यादा नाज़ुक और सही।
17.
इन आँखों की गहराई में डूबता चाँद,
फूल कहें — हम तो हैं बस एक छाँव
18.
तेरे नयनों की रौशनी में है जादू,
हर फूल कहे — हम भी हैं अब बादू।
19.
तेरी आँखें हैं जैसे सुबह की पहली किरण,
फूल भी करें उनका नमन।
20.
तेरे नयन हैं जैसे खिलता बहार,
इनसे ही सजी है मेरी हर बहार।
21.
आंखें तेरी फूल सी, महक सी बिखेरती हैं,
हर नजर में चुपके से कोई ख्वाब उकेरती हैं।
22.
तेरी आंखों में बसता है कोई गुलाब सा राज,
देखूं तो खो जाऊं, छुपा है उसमें साज।
23.
नज़रों का ये जादू, कोई समझ न पाए,
तेरी आंखों की मुस्कान, दिल को चुरा ले जाए।
24.
तेरी आंखों में बसी है सुबह की रौशनी,
जैसे कली से निकली हो कोई नयी कहानी।
25.
बोलती हैं कुछ तेरी खामोश आंखें,
फूलों से भी ज़्यादा हसीन हैं ये झलकती आंखे।
"हमारी वेबसाइट पर पाएं दिल को छूने वाली बेहतरीन हिंदी शायरी, जो हर एहसास को शब्दों में ढालकर आपके जज़्बातों को बयां करती है।”
~~~आराध्यापरी~~~
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