Hindi best shayari -: "हमारी वेबसाइट पर आपको मिलेगी हिंदी बेस्ट शायरी का अनमोल संग्रह, जो आपके दिल की गहराइयों को शब्दों में पिरोकर, हर एहसास को खूबसूरती से व्यक्त करता है।”
-) रंग बदलने वाले जब बातें हमारे हक़ कि करने लग जाएं,
मौसम उनका हमारे लिए बदलने लग जाएं,
तो आफ़तों के दौर को अपना समझो ।।
-) मुसीबतों का क्या आलम हैं सरेआम आ जाया करती हैं ।।
ये गरीबों का घर देखती हैं ,
उसपे मेहरबान रहती हैं ।।
-) हम ने चांद से ये तमाशा सरेआम कर लिया ,
तेरे चेहरे का जो दीदार कर लिया ।।
उसमें एक दाग़ हैं,
तेरे चेहरे पे नूर हैं ।।
इस बात से रूठ गया हैं ।।
-) तू मेरे हक़ में क्या आया ,
जलने वालों ने अपना कितना कुछ दांव पे लगा दिया ।।
हम जो साथ आ गए ,
नूर हम में आ गया ।।
अब ज़माने से क्या डरे हम ,
तेरे होने से ना डरने का अंदाज आ गया ।।
-) कुछ ख़ुदा की रहमत हमपर भी बरस जाएं,
फ़िर किस्मत से हम भी लड़ जाएं ।
ना मंज़ूर हैं ये फैसले हमको ,
करम आपके हो तो हम कुछ अच्छा करने लग जाएं ।।
-) तूने आवाज दी मैने मौत को मात दी,
तूने मुझे बुलाया मैं कफ़न पे लेटा हुआ था तेरी आवाज़ सुन मैं वहां से भी चला आया ।।
तूने दिन का रात कहां ,
मैंने भी फ़िर उसे दिन ना ठहराया ।।
तेरे हर फ़ैसले की तालीम कर मैंने,
मेरे हर कतरे से वफादारी का नमूना दर्शाया ।।
-) तू ख़ुशबू बरपाती फिज़ाओं में ,
गुलाब की कलियों को चटकल करवाती ,
उगते सूरज को दिशा दिखाती ,
चाँद से चांदनी बिखराती ।।
हर एक अंदाज़ ए बयां में नूर बरपाती ,
क़यामत सरेआम ढाती ।।
-) रंग लाल जो उसने बदन पे सजाया ,
तो चाँद शरमाया छुपकर बादलों की आड़ में ,
मुंह छिपाया ।।
माथे की बिन्दकी का क्या कहें ,
कहर अलग सा उसने मचाया ।।
जो बात करदे होंठों की ,
गुलाब ने पंखुड़ियों को सिमटाया ।।
गालों की लाली का क्या कह सकता मैं,
उसने तो बिखरती साँझ को मनाया ।।
-) काले केश खुले जो तेरे ,
बादलों की घटा जाने हम ।।
उसपर जो बूंदें पड़े ,
तो नभ से बरसा सा लगे,
आंखों को देख मदहोश हुएं,
पीने कि अब क्या इच्छा करे हम ।।
उन्होंने जो इठलाकर चहचहाया ,
मन मंत्रमुग्ध सा लगे ,
जो उन्होंने मुस्कुरा तो आसमान का नूर समझने लगे हम ।।
-) हम अम्बर से रहमत मांगते रह गए ,
डूबा हमको उनकी आंखों ने दिया ।।
हम ख़ुदको ख़ुदा समझ बैठे थे ,
उन्होंने हमें आशिक़ बना दिया ।।
-) तेरे होने से क्या ख़ूब हमारी मुस्कान हैं,
ग़म के अंधेरों के बाद भी तेरे होने से रौशन सवेरा हैं।।
हम तनहाई को जान ने वाले थे कभी ,
अब महफ़िलो की शोभा हैं ।।
अंजान थे जिन रास्तों से कभी ,
अब उन रास्तों पर घर मेरा हैं ।।
-) दिल में तेरी तस्वीर लिए फिरते हैं,
नज़र में ना आ जाएं किसी की इसीलिए नजरों को चुराए रखते हैं ।।
ज़माने की परवाह नहीं,
हम तुझे चाहते हैं और बस वे परवाह बने फिरते हैं।।
-) चलो आज हम ख़ुद से ये वादा कर ले ,
सारी उम्र तेरे रहेंगे ये इरादा कर लें ।।
कभी ना बदलेगा दौर ये हमारा ,
बस इसी दौर का मुहाना कर लें ।।
-) कच्ची उम्र में दिल ना लगाना ,
कुछ हासिल नहीं इस उम्र के प्यार में।।
एक दिल टूट जाता हैं,
शायर बन जाना होता हैं कच्ची उम्र के प्यार में ।।
-) हम तुझे अपना दिल लिख रहें हैं,
ऐतबार ना कर अपना सब लिख रहें हैं।।
तू जनता ही नहीं क्या हासिल हैं हमें,
हम अपनी ज़िंदगी का स्वर्णिम पल लिख रहें हैं,
तुझे अपनी अमानत लिख रहें हैं।।
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